मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इन दिनों शराब का प्रचार जोर शोर से हो रहा है। मध्यप्रदेश में आउटडोर मीडिया रूल्स 2017 के अनुसार शराब के प्रचार पर प्रतिबंध है। इसके बाद भी बीआरटीएस कॉरिडोर में लगी गैंट्री में कोलार रोड, एमपी नगर में यूनीपोल पर शराब का प्रचार करते हुए कई विज्ञापन नजर आ रहे हैं। विज्ञापन में शराब शब्द का उपयोग नहीं किया गया है। लेकिन ब्रांड नाम के अनुसार खुलेआम सड़कों पर शराब का प्रचार किया जा रहा है। बीआरटीएस कॉरिडोर में लगी गैंट्री में एमपी नगर, होशंगाबाद रोड, चुना भट्टी रोड, कोलार रोड, इंदौर रोड, रायसेन रोड, भानपुर रोड और 10 नंबर विट्ठन मार्केट में कई शराब ब्रांड के विज्ञापन गैंट्री में प्रदर्शित हो रहे हैं। इनका बड़ा भारी राजनीतिक रसूख होने के कारण नियम विरुद्ध शराब कंपनियों के विज्ञापन लगाने पर नगर निगम ने भी कोई आपत्ति नहीं जताई। खुलेआम शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए सड़कों पर बड़े पैमाने पर प्रचार हो रहा है हालांकि जब ईएमएस टीवी ने अपर आयुक्त कमल सोलंकी का कहना है कि अगर यह नियम विरुद्ध है तो इस पर कार्यवाही होगी ।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शराब दुकानों के लाइसेंस नवीनीकरण नहीं करने का आश्वासन 3 वर्ष पूर्व दिया था शहर में शराब से संबंधित विज्ञापन बैनर होर्डिंग हटाने की मुहिम चलाई गई थी 2017 के बने नियमों में शराब का किसी भी तरह से प्रचार नहीं किया जा सकता है। सरकारी और सामाजिक स्तर पर शराब के बहिष्कार करने के लिए आंदोलन कई बार हुए। पिछले वर्षों में महिलाओं ने भी बहुत आंदोलन जगह जगह पर किए किंतु इसके बाद भी रसूखदारों के ऊपर कोई नियम कानून लागू नहीं होते हैं। शराब के विज्ञापन से करोड़ों रुपए की कमाई बीआरटीएस कॉरिडोर में लगी गैंट्री से हो रही है। शासन प्रशासन और नगर निगम यदि मौन है, तो इसका कोई ना कोई बहुत बड़ा कारण भी है।