1 मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते हालत बेकाबू हो चले है।कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, गांवों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है, आसपास का संपर्क भी टूट गया है। लगातार हो रही बारिश ने प्रदेशवासियों का जनजीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग की माने तो अगले चौबीस घंटे में भारी बारिश की संभावना है। 2 पेट्रोल के दाम बढ़ने के बाद अब प्रदेश की जनता को बिजली का झटका लगा है। बिजली कंपनी ने प्रदेश में बिजली दरों में बढ़ोत्तरी की है। प्रदेश में 12 फीसदी तक बिजली महंगी करने का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन आयोग ने सात फीसदी वृद्धि करने की अनुमति दी है। 3 मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के गठन के बाद से ही निगम, मंडलों, प्राधिकरणों और पार्टी के विभिन्न पदों को भरे जाने का लम्बे समय से पार्टी कार्यकर्ता इंतजार कर रहे हैं। इस बीच एआईसीसी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रदेश में किसी भी पद पर नियुक्ति से पहले व्यक्ति की पूरी पड़ताल कर ली जाए। पार्टी ने कहा कि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि ऐसा कोई भी व्यक्ति किसी पद पर नहीं बैठाया जाए जिसके भाजपा से सम्बन्ध हो या रहे हो। 4 प्रदेश के शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को कमलनाथ सरकार ने बड़ी राहत दी हैद्य राज्य शासन ने कर्मचारियों की हड़ताल अवधि का अर्जित अवकाशध्अन्य देय अवकाश स्वीकृत करने की अनुमति प्रदान कर दी है। अपनी जायज मांगों को लेकर छुट्टी का आवेदन देकर हड़ताल पर जाने वाले शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकार हड़ताल की अवधि का अवकाश स्वीकृत कर उसका वेतन भी देगीद्य 5 मुंबई में उद्योगपतियों से मुलाकात के दूसरे दिन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वन-टू-वन के साथ उनसे राउंड टेबल चर्चा भी की। कमलनाथ ने सभी को भरोसा दिलाया कि मप्र में अब विश्वास के साथ निवेश करें। इंडस्ट्री ग्रोथ के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रोजगार निर्माण के लिए नए उद्योगों में निवेश संभावनाओं को भी रेखांकित किया।