जबलपुर में शराब कारोबारियों ने सिंडीकेट बना लिया है। सिंडीकेट बनते ही शराब के दामों में भारी उछाल आया है। यह उछाल सौ से दो सौ रुपए प्रति बॉटल तक पहुंच गया है। एक सप्ताह पहले जो शराब की बॉटल महज चार सौ रुपए में मिल जाती थी अब उसके लिए 500 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। वहीं छोटी बॉटलों में मिलने वाली शराब भी मंहगी कर दी गई है। हैरत की बात तो यह है कि इसकी शिकायत करने वाला कोई नहीं है। सिंडीकेट बनने की खबर आला अधिकारियों को भी है, लेकिन कोई अधिकारी कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठा रहा है। सूत्रों की मानें तो विभागीय साठगांठ और मिलीभगत से यह कारोबार संचालित हो रहा है। वहीं इस मामले में असिस्टेंट कमिश्नर एस एन दुबे भी कोई कार्यवाही करने से बच रहे हैं असिस्टेंट कमिश्नर एस एन दुबे अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा सवालों के घेरे में रहते है । पूर्व में भी एस एऩ दुबे की अनियमित्ताओं और खराब कार्यशैली की शिकायत विभाग प्रमुख सहित कई कलेक्टरो द्वारा भी की जा चुकी है । लेकिन इसके बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई । हालांकि जब इस मामले की शिकायत जिला कलेक्टर तक पहुची तो उन्होने इस पर सख्त कार्यवाही की बात कही । गौरतलब है कि आबकारी नियमों के अनुसार आबकारी अधिनियम 25.3 में साफ लिखा हुआ है कि एमआरपी से ज्यादा पर शराब बैचने पर आबकारी विभाग द्वापा 1 से 5 दिन तकर लाइसेंस रद्द करने की कार्यवाही की जाती है लेकिन सभी नियमों को ताक पर ऱखते हुए मनचाहे दामों पर शराब बेची जा रही है ।