1 जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी शर्मा को मुम्बई में इन्डियन एचीवर अवार्ड समारोह में मोस्ट इंस्पायरिंग पॉलीटिशियन एण्ड सोशल वर्कर ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया गया। मंत्री श्री शर्मा ने आयोजकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान मध्यप्रदेश की जनता को समर्पित है। 2 नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने गुना जिले की आरोन तहसील के विभिन्न गाँवों में पहुँचकर अति-वृष्टि से प्रभावित फसलों को देखा। उन्होंने किसानों से कहा कि प्रभावित फसलों के सर्वे के बाद तुरंत आर.बी.सी. के प्रावधानों के अनुसार आर्थिक सहायता दी जायेगी। 3 स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने राजधानी भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में 65वीं राज्य-स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन के लिये खेल बहुत जरूरी हैं। खेल ही अनुशासन, सद्भाव और आपसी सहयोग सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के खेल गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए। 4 खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की समीक्षा बैठक में कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कसावट लाने के लिये उचित मूल्य दुकानों के लिये ग्रेडिंग सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके आधार पर ही खाद्य विभाग के अधिकारियों की कार्य-प्रणाली का मूल्यांकन भी किया जाएगा। 5 महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने राजधानी भोपाल स्थित प्रशासन अकादमी में किशोर न्याय की राज्य-स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिये बच्चों की सुरक्षा करना बहुत आवश्यक है। यह सुनिश्चित करना समाज की महती जिम्मेदारी है कि बच्चे भेदभाव, उपेक्षा, शोषण और हिंसा से मुक्त वातावरण में बड़े हों। 6 महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा है कि प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने के लिये लोगों की मानसिकता को बदलना होगा। महिलाओं एवं परिवार के अन्य सदस्यों को पोषण तथा स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण विषयों के मामले में जागरूक करना अत्यन्त आवश्यक है। श्रीमती इमरती देवी महात्मा गाँधी सेवा आश्रम, डब्ल्यू.एच.एच. द्वारा आयोजित राज्य-स्तरीय पोषण समृद्ध गाँव सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। 7 चिकित्सा शिक्षा, आयुष और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने खरगोन जिले के मण्डलेश्वर, ढनगॉव, मोहना, चोली, बबलाई, समसपुरा, बडवेल और महेश्वर में अति-वृष्टि से प्रभावित फसलों का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि 50 प्रतिशत से अधिक प्रभावित फसलों की स्थिति में किसानों को शत-प्रतिशत बीमा राशि मिलेगी।