हड़ताल कर रहे पटवारियों को मनाने में जुटी सरकार 1 मध्य प्रदेश में पटवारियों को लेकर एक बार फिर नया ट्विस्ट आ गया हैद्य शनिवार रात तक हड़ताल जारी रखने के ऐलान के बाद रविवार सुबह हड़ताल समाप्त करने के फैसले के बाद एक बार फिर पटवारी संघ हड़ताल पर चला गया हैद्य राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से बातचीत के बाद पटवारियों ने हड़ताल खत्म दी थी, लेकिन इंदौर में हड़ताल के बाद कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी के बयान से आहत होकर प्रदेश के पटवारी फिर से हड़ताल पर चले गए है। 2 सत्ता में आने के बाद से ही प्रदेश की कमलनाथ सरकार एक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज के फैसलों को बदल रही है। अब कमलनाथ सरकार ने शिव श्राजश् में शुरु हुए एक्सीलेंस अवॉर्ड पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि इन अवार्ड के लिए जिन अधिकारियों को चुना गया था, वे शिवराज के खास थे, इसी के चलते फैसले को बदलने का फैसला लिया गया है। सीएम की सहमति नहीं मिलने की वजह से नए सिरे से अधिकारियों के नाम मंगाए जाएंगे।मंत्रालय के अधिकारी अब नया विज्ञापन जारी करके नाम आमंत्रित करेंगे। 3 मध्य प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर कमलनाथ कैबिनेट ने एक प्रस्ताव मंजूर किया था। नगर पालिका चुनाव के प्रावधानों में संशोधन किया है जिसके बाद अब प्रदेश में महापौर का चुनाव सीधे जनता के बजाए पार्षदों के जरिए किया जाएगा। लेकिन इस अध्यादेश को फिलहाल राज्यपाल लालजी टंडन ने रोक दिया है। उनकी मंजूरी फिलहाल इस प्रस्ताव को नहीं मिली है। जिसके बाद प्रदेश की सियासत गरमा गई है। इस मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस पहले से ही आमने सामने हैं। अध्यादेश पर फिलहाल रोक लगने से राज्यपाल पर कांग्रेस नेता और राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल से राजधर्म का पालन करने की अपील की है। 4 लोकसभा चुनाव के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश में सबसे लंबे दौरे पर रहने वाले हैं। वह प्रदेश में 9 दिन रहेंगे। साथ ही दशहरा पर होने वाली राजघराने की परंपराओं को भी पूरा करेंगे। इस दौरान उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग एक बार फिर उठने लगी है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव के बाद एमपी को पीसीसी चीफ मिल जाएगा। इससे पहले भी ऐसी अटकलें थी लेकिन सिंधिया और अन्य नेताओं के नाम को लेकर फैसला टल गया था। 5 मध्य प्रदेश की राजधानी के गांधी मेडिकल कॉलेज में छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा गरमाया हुआ है। कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कॉलेज के डीन को हटाने की मांग की है। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सोमवार से जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जा रहे हैं।