1 झाबुआ उपचुनाव से पहले कमलनाथ सरकार एक्शन मोड में आ गई है और एक के बाद एक बड़े फैसले ले रही है। अब सरकार ने फैसला किया है कि वह पुजारियों का बीमा करवाएगी ।इसके साथ ही मंदिरों के पुजारियों और उनके परिवार के लिए कल्याणकारी योजनाएँ भी चलायी जाएंगी, जिसमें उनके बच्चों की शिक्षा, गंभीर बीमारियों और दुर्घटना होने पर सहायता उपलब्ध करवाना और बीमा कराना शामिल होगा। आगामी चुनाव से पहले कमलनाथ सरकार का ये फैसला बड़ा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। वही पुजारियों को साधने कमलनाथ ने यह बडा फैसला लिया है। 2 इंदौर में पदस्थ सहायक आबकारी आयुक्त आलोक खरे के भोपाल, रायसेन, इंदौर, ग्वालियर और छतरपुर स्थित कई ठिकानों पर मंगलवार तड़के लोकायुक्त पुलिस की टीमों ने छापा मारा। पड़ताल में खरे के पास करोड़ों की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ है। अनुमान के मुताबिक खरे के पास 100 करोड़ की संपत्ति हो सकती है। लोकायुक्त की जांच टीमों को फार्म हाउस, आलीशान बंगले, कई प्लॉट, कृषि भूमि, ऑफिस, लग्जरी कार, 79 लाख रुपए कीमत का सोना, 6 लाख रुपए कीमत की चांदी एवं 15 लाख रुपए नकद सहित करोड़ों रुपए मूल्य की चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। 3 मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा के बयान से सड़क और गाल पर राजनीति फिर गर्मा गई है। मंगलवार को अपने बयान में मंत्री ने शहर की जर्जर सड़कों की तुलना भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय से कर दी। उन्होंने 15-20 दिन में सड़कों को हेमा मालिनी के गालों जैसा करने का वादा भी किया।मंगलवार को जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा राजधानी भोपाल की खस्ताहाल सड़कों की स्थिति देखने निकले थे। लोक निर्माण विभाग (पीडब्लूडी) मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी साथ थे। 4 पैरामिलिट्री फोर्स की परीक्षाओं के लिए स्कूल शिक्षा विभाग 12वीं की छात्राओं को कोचिंग देगा। इसके लिए मंगलवार को तात्या टोपे स्टेडियम में आयोजित शारीरिक दक्षता परीक्षा में भोपाल जिले के शासकीय स्कूलों के कक्षा 12वीं की करीब 300 छात्राओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने लॉन्ग जंप, हाई जंप और दौड़ में इवेंट की चुनौती पूरी की। 5 भोपाल नगर निगम का बंटवारा करने का विरोध करने और आपत्ति दर्ज कराने भाजपा नेता बसों में भरकर कलेक्टर से मिलने पहुंचे। भाजपा नेताओं ने कहा कि इस बंटवारे से भोपाल का बंटाढार हो जाएगा। भाजपा नेताओं के साथ कलेक्टर से मिलने पहुंचे महापौर आलोक शर्मा ने कहा कि भोपाल को दो भागों में बांटने से शहर की जनता तो परेशान होगी ही साथ ही उन्हें हर काम के लिए परेशान होना पड़ेगा।