1 हमेशा अपने बयानों से सियासी गलियारों में हलचल मचाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब सन्यास लेना चाहते है। बुधवार को झाबुआ में खुद उन्होंने इस बात का ऐलान किया है। दिग्विजय का कहना है कि अब राजनीति से रिटायरमेंट लेने का वक्त आ गया है। मैंने और कांतिलाल भूरिया दोनों ने लंबे समय तक राजनीति की है। अब हम इस उम्र में पहुंच गए हैं जहां हमें संन्यास ले लेना चाहिए। नए नए लड़के आगे बढ़ेगे। कांतिलाल भूरिया भी अपना आखिरी चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए उन्हें ये चुनाव जितवाएं। 2 मध्य प्रदेश की आईएएस एसोसिएशन ने सीनियर आईएएस अधिकारी विवेक अग्रवाल के खिलाफ मीडिया में प्रकाशित खबरों को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। एसोसिएशन ने मुख्य सचिव मध्यप्रदेश को एक पत्र लिखकर आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो यानी ईओडब्ल्यू की भूमिका पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं। एसोसिएशन की अध्यक्ष गौरी सिंह ने पत्र में लिखा है कि जिस तरह से सरकारी एजेंसी ईओडब्ल्यू बिना किसी तथ्यात्मक जानकारी के मीडिया के सामने जानकारियां दे रही है और इससे जिस तरह की पीत पत्रकारिता को बढ़ावा मिल रहा है वह बेहद आपत्तिजनक और गलत है 3 पौधारोपण मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपने में देरी से गुस्साए वनमंत्री उमंग सिंघार ने विभाग के प्रशासनिक प्रमुख (अपर मुख्य सचिव) एपी श्रीवास्तव के सारे अधिकार छीनकर उनके अधीनस्थ अफसर को दे दिए। मंत्री ने सचिवालय के अफसरों के बीच खुद कार्य विभाजन कर दिया। इसमें एसीएस श्रीवास्तव को सिर्फ मॉनीटरिंग का जिम्मा सौंपा है। इससे नाराज एसीएस 31 अक्टूबर तक छुट्टी पर चले गए हैं। कार्य विभाजन में एसीएस का नाम अधीनस्थों के भी नीचे लिखा गया है। 4 इंदौर में शुक्रवार को होने वाले मैग्नीफिसेंट एमपी समिट को लेकर सभी विभाग अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए है इसको लेकर पुलिस विभाग ने भी खास तैयारी की है। एयरपोर्ट से लेकर कार्यक्रम स्थल पर पुलिस ने सुरक्षा को लेकर कड़े बंदोवस्त किए है। वही शहरभर में भी पुलिस अपनी पैनी नजर बनाए रखेगी। दरअसल, इंदौर में शुक्रवार को होने वाली मैग्निफिसेंट समिट की तैयारी अंतिम चरणों में है। जिला प्रशासन,नगर निगम, विद्युत विभाग सहित पुलिस विभाग ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। 5 ग्वालियर चम्बल संभाग का स्टेटस सिम्बल माने जाने वाली बंदूक को कंधे पर लेकर चलने के लिए सरकारी शर्तों के साथ साथ सामाजिक शर्ते भी लागू हो गई हैं। ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने इसके लिए पहल की है। पिछले दिनों कलेक्टर ने बंदूक के नए लायसेंस दिए जाने के बदले 10 पौधे लगाने की शर्त जोड़ी थी तो अब कलेक्टर ने स्कूल नहीं जाने वाले 10 बच्चों का स्कूल में एडमिशन कराने की शर्त जोड़ी है। पर्यावरण की चिंता के बाद कलेक्टर ने बच्चों की शिक्षा की भी चिंता की है।