मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने भारत की प्रथम प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि स्वर्गीय श्रीमती गांधी के नेतृत्व में भारत एक शक्तिशाली देश बना।मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमती गांधी की यादें मध्यप्रदेश से जुड़ी हैं। वे अपने जीवन काल में ही विश्व नेता बन चुकी थी। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने राजधानी भोपाल के मिंटो हॉल में साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्टस एवं मैथ्स (स्टीम) शिक्षा पद्धति पर आयोजित दो दिवसीय स्टीम कान्क्लेव-2019 का शुभारंभ करते हुए कहा कि कि शिक्षा के क्षेत्र में आज बड़े परिवर्तन हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी शिक्षा बदलाव के साथ जुड़े, शिक्षा और ज्ञान में तालमेल हो, शिक्षक दक्ष हो और वे समाज सेवक के रूप में काम करें, यह सबसे बड़ी चुनौती हमारे सामने है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि तब्लीगी इज्तिमा के मौके पर बेहतर इंतजाम हों। इसमें आने वाले लोग की गई व्यवस्था से न केवल संतुष्ट रहें बल्कि तारीफ भी करें, ऐसा प्रयास करें। श्री कमल नाथ भोपाल में 22 नवंबर से 25 नवंबर तक होने वाले 72वें तब्लीगी इज्तिमा की तैयारियों की मंत्रालय में समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ से मंत्रालय में नव-र्निवाचित विधायक श्री कांतिलाल भूरिया ने मुलाकात की। श्री नाथ ने झाबुआ विधानसभा के उपचुनाव में श्री भूरिया को शानदार विजय हासिल करने पर बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ एक नवम्बर को भोपाल में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के राज्य-स्तरीय समारोह का शुभारंभ करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति नरसिंहपुर और विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना लिखीराम कांवरे बालाघाट में स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।राज्य शासन ने मध्यप्रदेश स्थापना दिवस समारोह मनाने के लिये मंत्रियों को जिलों का आवंटन किया है। कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हर्ष यादव ने रायसेन जिले के प्रतापगढ़ में आयोजित श्आपकी सरकार-आपके द्वारश् कार्यक्रम में हितग्राहियों को 85 लाख रूपये से अधिक के हितलाभ वितरित किये। श्री यादव ने विभिन्न योजनाओं में जरूरतमंदों को सीधे लाभान्वित करते हुए आग्रह किया कि अपने क्षेत्र के अन्य पात्र नागरिकों को योजनाओं का लाभ दिलवाने के लिये सभी प्रयास करें। प्रदेश में अति-वृष्टि और बाढ़ से प्रभावित जिलों में राज्य सरकार द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए फसलों की राहत राशि को छोड़कर अब तक लगभग 200 करोड़ रुपये की राहत राशि का वितरण प्रभावित परिवारों को किया गया है। अति-वृष्टि से सबसे अधिक प्रभावित जिलों मंदसौर, आगर और नीमच में फसल क्षति के लिये राशि का वितरण शुरू कर दिया गया है। इन जिलों में फसल राहत मद में अब तक 270 करोड़ की राशि का वितरण किया जा चुका है।