व्यक्तित्व
मशहूर वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था दबाव में आकर काम कर रही है. इसकी वजह वो जजों के उस डर को बताते है जिसमें जजों को लगता है कि सरकार किसी भी मामले में उनके पीछे सीबीआई और ईडी लगा सकती है. उनका कहना है कि मोदी सरकार ने सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर दिया है और यह दौर 1977 के आपातकाल से भी बुरा है. प्रशांत भूषण ने अपने साक्षात्कार के दौरान यहां तक कह डाला कि सुप्रीम कोर्ट अब अधिकारों की सुरक्षा करने के बजाए सरकार के कानूनी हाथ-पैर के रूप में काम कर रहा है.