कोरोना वायरस महामारी के बीच सबकी निगाहें अमेरिका की एस्ट्राजेनेका कंपनी पर टिकीं हुई थीं। माना जा रहा था कि कंपनी जल्द ही कोरोना वायरस की वैक्सीन को तैयार कर लेगी, लेकिन फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। एस्ट्राजेनेका ने अपने अंतिम चरण के वैक्सीन ट्रायल पर रोक लगा दी है। कंपनी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि परीक्षण के दौरान एक व्यक्ति बीमार पड़ गया, जिसके बाद हमने परीक्षण पर रोक लगाने का फैसला किया है। बयान में कहा गया कि यह एक रूटीन रुकावट है, क्योंकि परीक्षण में शामिल व्यक्ति की बीमारी के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी हासिल नहीं हुई है। इस पर समीक्षा के बाद ही परीक्षण को आगे बढ़ाया जाएगा। अमेरिका में चुनाव को लेकर घमासान तेज होता जा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों पर जमकर हमला बोल रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस को भी निशाने पर लिया। ट्रंप ने कहा कि लोग कमला हैरिस को पसंद नहीं करते हैं। वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति नहीं बन सकती हैं। ये हमारे देश का अपमान होगा। ट्रंप ने कोरोना वैक्सीन को लेकर कमला हैरिस को निशाने पर लेते हुए कहा कि वे इस तरह की बयानबाजी से कभी भी देश की राष्ट्रपति नहीं बन सकती हैं। ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, हैरिस टीके की उपेक्षा कर रही हैं ताकि लोगों को लगे कि यह कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। पाकिस्तान में अवैध अंग प्रत्यारोपण के लिए लोगों को चीन ले जाने वाले एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट का खुलासा हुआ है। अधिकारियों ने इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। रैकेट देश के गरीब और जरूरतमंद लोगों को पैसे का लालच देकर चीन ले जाने का काम करता, जहां उनके अंगों को बेच दिया जाता। संघीय जांच एजेंसी ने लाहौर के पासपोर्ट ऑफिस से रैकेट के सरगना अब्दुल लतीफ को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद गिरोह से जुड़े अन्य लोगों को पकड़ा गया। गिरोह विशेष रूप से देश के पंजाब प्रांत में सक्रिय था। चुनावी फंड के मामले में डोनाल्ड ट्रम्प कुछ वक्त पहले तक जो बाइडेन से आगे थे। यह उनके लिए फायदेमंद था। ठीक वैसे ही जैसे 2012 में बराक ओबामा और 2004 में जॉर्ज बुश के कैम्पेन में हुआ था। 2016 में प्रचार के दौरान ट्रम्प ने काफी खर्च किया था। इस चुनाव की शुरुआत में भी वे मजबूत दिखाई दे रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। जब ये माना जा रहा था कि जो बाइडेन डेमोक्रेट कैंडिडेंट होंगे, तब रिपब्लिकन पार्टी के पास 20 करोड़ डॉलर का कैश एडवांटेज था। अब उनकी बढ़त खत्म हो चुकी है। 2019 में कैम्पेन की शुरुआत से जुलाई तक ट्रम्प की कैम्पेन टीम के पास 110 करोड़ डॉलर (करीब 8115 करोड़ रुपए) थे। इसमें से 80 करोड़ डॉलर खर्च हो चुके हैं। अब उनकी टीम के कुछ लोगों को डर सता रहा है कि चुनाव में करीब दो महीने बचे हैं और कैश की दिक्कत सामने आ गई है। ब्रिटेन सरकार ने इंग्लैंड में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने पर नियम सख्त किए हैं। अब यहां पर एक साथ छह लोग नहीं जुट सकेंगे। पीएम बोरिस जॉनसन ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। इंग्लैंड में पिछले तीन दिनों में संक्रमण के 8500 मामले आए हैं। इससे यहां कोरोना की दूसरी लहर का खतरा बढ़ रहा है। पूरे ब्रिटेन की बात करें तो यहां अब तक 3.52 लाख से ज्यादा मामले आए हैं और 41 हजार से ज्यादा की जान चुकी है। श्रीलंका में मर्डर के मामले में मौत की सजा पाने वाला नेता ने मंगलवार को सांसद के तौर पर शपथ ली। 45 साल के प्रेमालाल जयशेखरा श्रीलंका की सत्तारूढ़ श्री लंका पोडुजन पार्टी (एसएलपीपी) के नेता है। उन्हें 2015 में एक चुनावी रैली के दौरान विरोधी पार्टी के एक्टिविस्ट की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी साल जुलाई में जयशेखरा को मौत की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, कोर्ट का यह फैसला उनके पर्चा दाखिल करने के बाद आया, जिससे उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत दे दी गई। जयशेखरा ने जेल में रहते हुए ही चुनाव लड़ा और जीत गए। चीन के दोस्त भी अब उससे दूर होते जा रहे हैं। थाईलैंड को एक वक्त उसके सबसे करीबी मित्र राष्ट्रों में गिना जाता था। हालांकि, यह तस्वीर भी अब बदल रही है। थाईलैंड सरकार ने चीन को नुकसान पहुंचाने वाले दो बड़े फैसले किए। पहला- 2017 में हुई सबमरीन डील टाल दी है। दूसरा- बंगाल की खाड़ी में नहर बनाने का कॉन्ट्रैक्ट चीन को देने से इनकार कर दिया। 2015 में थाईलैंड और चीन के बीच नेवल हार्डवेयर और इक्युपमेंट्स की खरीद पर बातचीत शुरू हुई। 2017 में थाईलैंड ने 3 सबमरीन खरीदने का सौदा किया। पहली सबमरीन की डिलीवरी 2023 में होनी थी। लेकिन, इसके पहले ही थाई सरकार ने इस डील को टाल दिया। सरकार के प्रवक्ता ने कहा- प्रधानमंत्री जनता की फिक्र समझते हैं। देश आर्थिक तौर पर मुश्किल दौर से गुजर रहा है। पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में दूरियां बढ़ती जा रही हैं। दोनों देशों के संबंध इतने खराब कभी नहीं रहे। यही वजह है कि पाकिस्तान अब हर तरह की मदद के लिए चीन पर निर्भर हो गया है। एक डिफेंस एक्सपर्ट के मुताबिक, भारत, अमेरिका और सऊदी अरब एक अलायंस के तौर पर साथ आ चुके हैं। जबकि, चीन और रूस के अलावा ईरान भी पाकिस्तान के साथ नजर आता है। डिफेंस एनालिस्ट और साउथ एशियन पॉलिटिक्स की एक्सपर्ट आयशा सिद्दीकी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को एक इंटरव्यू दिया है। आयशा के मुताबिक, पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में नाटकीय बदलाव आया है। दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 2 करोड़ 76 लाख 81 हजार 763 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 97 लाख 33 हजार 597 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 9 लाख 4 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में संक्रमण के मामले 65 लाख से ज्यादा हो गए हैं। यहां अब तक 1 लाख 93 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। रूस ने अपनी कोरोना वैक्सीन 'स्पूतनिक वी' को पब्लिक के लिए रिलीज कर दिया है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। हालांकि, अभी ये नहीं बताया है कि किस तरह से इसे लोगों तक पहुंचाया जाएगा। सरकार खुद टीकाकरण कार्यक्रम चलाएगी या फिर इसे मार्केट में उपलब्ध कराया जाएगा। लेबर डे के बाद अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार ज्यादा तनावपूर्ण नजर आ रहा है। जो बाइडेन को कुछ या कहें मामूली बढ़त हासिल है। वे इसे बरकरार रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। दूसरी तरफ, डोनाल्ड ट्रम्प इसे कम करने में ताकत झोंक रहे हैं। अगस्त में दोनों पार्टियों के कन्वेशन्स के बाद कुछ प्राईवेट पोल्स हुए। इनके मुताबिक, ट्रम्प उन राज्यों में रिकवर कर रहे हैं, जहां कोरोना के दौर में उनका समर्थन या आधार कम हुआ था। ज्यादा आबादी वाले वे राज्य जहां कोरोना का असर काफी रहा, वहां ट्रम्प के खिलाफ नाराजगी को बाइडेन भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।