अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुनावी कैंपेन को उस समय जोरदार झटका लगा जब एक पूर्व मॉडल ने उन पर यौन शोषण का आरोप लगा दिया। मॉडल एमी डोरिस ने आरोप लगाया है कि 23 साल पहले ओपन टेनिस चैंपियनशिप के दौरान ट्रंप ने उनके साथ जोर जबरदस्ती की थी। हालांकि ट्रंप ने इन आरोपों का खंडन किया है। उनके वकीलों ने दावा किया है कि तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले उनकी छवि खराब करने के लिए इस तरह का आरोप लगाया गया है। डोरिस का कहना है कि उस वक्त उनके पुरूष मित्र रहे जेसन बिन ने उन्हें ट्रंप से मिलाया था। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में डोरिस ने आरोप लगाया कि मैच के दौरान वीआईपी बॉक्स में ट्रंप ने उन्हें बहुत मजबूती से जकड़ लिया और जबरन किस किया। उन्होंने कहा कि जब वह ट्रंप को हटाने की कोशिश करने लगी तो उन्होंने मुझे और मजबूती से पकड़ लिया। चीन पर हमेशा तानाशाही के आरोप लगते रहे हैं, वो हमेशा अपने नागरिकों पर मनमानी करता है और उन्हें प्रताड़ित करता है। जिसको लेकर उसके खिलाफ कई आंदोलन भी हुए हैं। खबर चीन के वुहान शहर से है जहां एक परिवार ने चीन पर मुकदमों को खारिज करने का आरोप लगाया। मामला कुछ ऐसा है कि एक माता पिता के लिए सबसे बुरा होता है उसके बेटे का मर जाना, ऐसा ही वुहान की झोंग हैनेंग के साथ हुआ, कोरोना वायरस ने उनके बेटे की जान ले ली जिसके लिए वो चीन की स्थानीय सरकार को दोषी मानती हैं। अमेरिका के न्याय विभाग ने पांच चीनी नागरिकों पर भारत सहित विभिन्न देशों की सरकारी वेबसाइटों पर साइबर अटैक करने और संवेदनशील डाटा चुराने के आरोप तय किए हैं। इन पांचों पर 100 से ज्यादा कंपनियों व संस्थानों का कारोबारी व शोध संबंधित डाटा चुराने का भी आरोप लगा है। मामले में चोरी की गई जानकारियां बेचने में चीनियों की मदद पर दो मलयशियाई नागरिकों को भी आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी चीनी नागरिक भगोड़ा घोषित किए गए हैं। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि पर्यावरण को हो रहे नुकसान से जुड़ी हर चीज को शांति एवं सुरक्षा से जोड़ने से जलवायु परिवर्तन संबंधी चिंताओं को दूर करने का न तो कोई अर्थपूर्ण समाधान मिलेगा और न ही इससे यह सुनिश्चित होगा कि वास्तविक अपराधी पर्यावरणीय मामलों संबंधी अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करेंगे। भारत ने ‘पर्यावरणीय क्षरण के मानवीय प्रभाव और शांति एवं सुरक्षा’ संबंधी विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्चस्तरीय खुली चर्चा के दौरान एक बयान में कहा कि पर्यावरण को हो रहे नुकसान के उसी प्रकार मानवीय प्रभाव हो सकते हैं, जैसे मानवीय गतिविधि के अन्य पहलुओं के मानवीय आयाम हैं। भारत और चीन के बीच मई की शुरुआत से सीमा विवाद जारी है। चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ की कोशिश कर रहा है जिसका भारतीय सेना के जवान उसे मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। इसी बीच चीन ने पहली बार माना है कि गलवां घाटी की झड़प में उसके सैनिकों की भी मौत हुई थी। इससे पहले तक चीन इस बात को मानने से इनकार कर रहा था। चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के संपादक ने माना है कि गलवां घाटी में चीन की सेना को नुकसान पहुंचा था और कुछ जवानों की जान गई थी। अखबार के प्रधान संपादक हू शिजिन ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान को ट्वीट कर लिखा कि जहां तक मुझे पता है गलवां घाटी की झड़प में चीनी सेना के जवानों की मरने वाली संख्या भारत के 20 के आंकड़े से कम थी। कोरोना वायरस से संक्रमित 20 फीसदी मरीजों ने बाकी के 80 फीसदी लोगों तक वायरस को फैलाया। हांगकांग में पहले 1,038 कोरोना संक्रमितों को लेकर हुए अध्ययन में इस बात का खुलासा हुआ है। इसमें कहा गया है कि जरूरी नहीं है कि संक्रमित होने वाला हर व्यक्ति दूसरों तक इसे पहुंचाता है। जबकि कोविड की चपेट में आने वाले कुछ लोग ही, इस वायरस से कई लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। अमेरिका में कोरोनावायरस से मरने वालों का आंकड़ा दो लाख के पार हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर वायरस की रोकथाम में नाकाम रहने के आरोप लग रहे हैं। राष्ट्रपति पद के डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडेन का आरोप है- संभावित वैक्सीन को लेकर ट्रम्प सियासत कर रहे हैं। बाइडेन ने कहा- मैं एक बात साफ तौर पर बता देना चाहता हूं। मैं वैक्सीन पर भरोसा करूंगा। अपने वैज्ञानिकों पर भरोसा करूंगा। लेकिन, देश के दूसरे लोगों की तरह प्रेसिडेंट ट्रम्प पर बिल्कुल यकीन नहीं कर सकता। दक्षिण चीन सागर पर चल रहे विवाद पर ताइवान को हर मुमकिन मदद का वादा कर चुके अमेरिका ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी। डोनाल्ड ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन में अंडर सेक्रेटरी कीथ क्रेच गुरुवार देर रात ताइवान की राजधानी ताइपेई पहुंचे। खास बात यह है कि उनके इस दौरे की जानकारी पहले नहीं दी गई थी। दो महीने में किसी आला अमेरिकी अफसर की यह दूसरी ताइवान यात्रा है। चीन इससे झुंझला गया है। उसने कहा- अमेरिका भड़काने वाली हरकतें कर रहा है। इमरान खान सरकार ने मंगलवार को 9वीं और 10वीं कक्षाओं के अलावा कॉलेज खोले थे। गुरुवार को 32 स्कूलों को बंद करना पड़ा। इसकी वजह नियमों का पालन न करना था। कुछ स्कूलों में तो बुनियादी सुविधाएं भी नहीं थीं। एक कॉलेज में दो स्टूडेंट्स पॉजिटिव पाए गए। विपक्ष पहले ही सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहा था। एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, खैबर पख्तूनख्वा में सबसे ज्यादा 16 स्कूल बंद किए गए। राजधानी इस्लामाबाद में दो स्कूल बंद करने पड़े। सरकार ने कहा है कि वो इंतजामों की समीक्षा के बाद अगली कार्रवाई पर विचार करेगी। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख को नक्शे में अपना हिस्सा बताने के बाद पाकिस्तान भारत को उकसाने के लिए एक और पैंतरा अपना रहा है। इमरान सरकार गैरकानूनी तरीके से गिलगित-बाल्टिस्तान को पाकिस्तान का पांचवां राज्य बनाने जा रही है। पाकिस्तानी न्यूज पेपर एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने कश्मीर और गिलगित-बाल्टिस्तान मामलों के मंत्री अली अमीन के हवाले से यह बात कही है। अमीन ने ट्रिब्यून को बताया कि सरकार ने गिलगित-बाल्टिस्तान को सभी संवैधानिक अधिकारों के साथ पूर्णकालिक राज्य का दर्जा देने का फैसला किया है। इसके साथ ही सीनेट और नेशनल असेंबली में भी इसे रिप्रेजेंटशन दिया जाएगा।