सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन की होगी बात ! 1 सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन के बीच अगले राउंड की बातचीत जल्द हो सकती है। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि डिसएंगेजमेंट एक मुश्किल (कॉम्प्लेक्स) प्रोसेस है, इसके लिए दोनों तरफ से सहमति के साथ आगे बढ़ने की जरूरत होगी। मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि अब इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि एलएसी पर मौजूदा स्थिति को बदलने की एकतरफा कोशिश नहीं हो पाए। 2 पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लोगों की स्थिति जानवरों से भी बदतर हो चुकी है। गुरुवार रात जिनेवा में यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स काउंसिल (यूएनएचआरसी) की बैठक के दौरान यह दर्द पीओके एक्टिविस्ट प्रोफेसर सज्जाद राजा ने दुनिया के सामने रखा। राजा ने सीधे तौर पर पाकिकस्तान की सरकार और फौज को निशाने पर लिया। कहा- पाकिस्तान हमारे साथ जानवरों जैसा सलूक फौरन बंद करे। 3 पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपनी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं को फौज से दूर रहने के लिए कहा है। उन्होंने हाल ही में शुरू किए गए अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया- अगर राष्ट्रीय सुरक्षा या संविधान के मुद्दे पर फौज के साथ मीटिंग करने की जरूरत होती है, तो ऐसा पार्टी लीडरशिप से इजाजत लेकर किया जा सकता है। ऐसी बैठकों को कभी भी सेक्रेट नहीं रखा जाएगा। यह दिशानिर्देश पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक है। यह इसलिए जारी किए गए हैं कि पाकिस्तान की फौज को उनकी शपथ याद दिलाई जा सके। 4 अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन और उनके बेटे रॉबर्ट हंटर बाइडेन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच हुई। दोनों बेगुनाह पाए गए। खास बात ये है कि यह जांच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर्स ने की। एक मामला यूक्रेन की कंपनी से जुड़ा था। इसमें हंटर काम कर चुके हैं। आरोप है कि जो बाइडेन ने उप राष्ट्रपति रहते हुए इस कंपनी के गलत कामों को दबा दिया था। 5 अमेरिका में जल्द ही वीजा संबंधी नए नियम लागू हो सकते हैं। डोनाल्ड ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के इसके लिए नया प्रस्ताव तैयार किया है। छात्र, शोधकर्ताओं और पत्रकारों के लिए वीजा कैटेगरी में टाइम लिमिट भी तय किए जाने का प्रस्ताव है। आसान भाषा में समझें तो नए वीजा जारी करते समय ही तय हो जाएगा कि कोई व्यक्ति कितने दिन अमेरिका में कानूनी तौर पर रह सकता है। नए वीजा प्रस्ताव में नेशनल सिक्योरिटी के मुद्दे को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है। 6 सार्क देशों के नेताओं की अनौपचारिक बैठक गुरुवार को न्यूयॉर्क में हुई। इसमें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी समेत दूसरे सदस्य देशों के विदेश मंत्री ने हिस्सा लिया। बैठक में भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- सार्क देशों के सामने सीमा पार से होने वाला आतंकवाद, कनेक्टिविटी तोड़ना और व्यापार में रूकावट डालने जैसी चुनौतियां हैं। जब तक इन तीन चुनौतियों का हल नहीं ढूंढ़ा जाएगा साउथ एशिया क्षेत्र में शांति, समृद्धि और सुरक्षा बहाल नहीं होगी। 7 पाकिस्तान ने कॉन्फ्रेंस ऑन इंटरेक्शन एंड कांफिडेंस बिल्डिंग मेजर्स इन एशिया (सीआईसीए) की बैठक में कश्मीर का मुद्दा उठाया। 27 देशों के इस संगठन में यह मुद्दा उठाने पर भारत ने नाराजगी जाहिर की। इस बैठक में भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर मौजूद थे। विदेश मंत्रालय ने कहा- पाकिस्तान ने फिर से अपनी झूठी कहानी फैलाने के लिए एक वैश्विक मंच का गलत इस्तेमाल किया है। पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर बोलने का कोई हक नहीं है। ये दोनों भारत का अभिन्न हिस्सा थे और रहेंगे। 8 अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। ट्रम्प दिवंगत महिला जज रूथ बादेर गिन्सबर्ग को श्रद्धांजलि देने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। पत्नी मेलानिया भी साथ थीं। इस दौरान वहां मौजूद कुछ लोगों ने राष्ट्रपति के विरोध में नारेबाजी की। इन लोगों ने कहा- ट्रम्प को हराने के लिए वोट दें। जस्टिस गिन्सबर्ग का 18 सितंबर को निधन हो गया था। उनके निधन के बाद ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट में नई महिला जज की नियुक्ति करना चाहते हैं। 9 राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शासनकाल में चीन और अमेरिका के रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंच गए। कोरोनावायरस, ट्रेड डील, साउथ चाइना सी, ताइवान और जासूसी के मुद्दे पर ट्रम्प ने बिना किसी लाग-लपेट के चीन को कठघरे में खड़ा किया। चुनावी दौर में डेमोक्रेट कैंडिडेट जो बाइडेन भी उसी रास्ते पर चलते नजर आ रहे हैं। हालांकि, 2009 से 2017 के बीच जब वे उप राष्ट्रपति थे तब चीन को लेकर उनका रवैया दोस्ताना था। ये बात चीन भी मानता है। लेकिन, अब हालात बिल्कुल अलग हैं। 10 स्पेन का एक बॉयज स्कूल लड़कों को खाना बनाना, बर्तन धोना, झाड़ू लगाना और प्रेस करना सिखा रहा है। इसकी दो वजह है-पहली कोरोना काल के कारण लंबे समय बाद स्कूल पहुंचे स्टूडेंट्स की नेगेटिविटी खत्म करना। दूसरी लैंगिक समानता को बढ़ावा देना। विगो सिटी स्थित डे फीमेंटो मोंटेकालेस्टो स्कूल की इस पहल की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। स्कूल के संस्थापक डैन बेकन बताते हैं कि शहर की आबादी करीब तीन लाख है। कोरोनावायरस के बाद देखो सिटी समेत पूरे देश के स्कूल बंद हो गए थे। इस दौरान लंबे समय तक स्टूडेंट्स को घरों में कैद होकर रहना पड़ा, जिससे ज्यादातर बच्चों की मानसिक स्थिति खराब हो गई।