कुछ दिन पहले आया वॉट्सऐप का डिसअपीयरिंग मैसेज फीचर काफी सुर्खियों में रहा। इस फीचर को ऑन करने के बाद भेजा गया मैसेज 7 दिनों बाद खुद-ब-खुद डिलीट हो जाता है। लेकिन अगर आप चैटिंग के लिए इंस्टाग्राम या फेसबुक मैसेंजर का इस्तेमाल करते हैं, तो हम आपको एक ऐसे फीचर के बारे में बता रहे हैं, जिसे ऑन करने के बाद इन प्लेटफॉर्म से भी मैसेज खुद-ब-खुद डिलीट हो जाएगा। देश के दो सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक के नॉन परफॉर्मिंग एसेट में सितंबर क्वॉर्टर के दौरान तेज गिरावट आई। बैड लोन की क्वॉलिटी में सबसे ज्यादा सुधार ैठप् के मामले में देखा गया, जिसका शेयर सभी पब्लिक सेक्टर बैंकों के ग्रॉस नॉन परफॉर्मिंग एसेट का 20 पर्सेंट है। सरकारी बैंकों के लोन की क्वॉलिटी में आए सुधार की सबसे बड़ी वजह कई बैंकों के लोन की रिकवरी में बढ़ोतरी और बड़े पैमाने पर हुए राइट ऑफ हैं। केयर रेटिंग्स के मुताबिक, स्टेट बैंक ने इस साल के सितंबर क्वॉर्टर में 4,038 करोड़ रुपये के लोन की रिकवरी की जबकि 5,617 करोड़ रुपये के लोन राइट ऑफ किए। साउथ कोरियन कंपनी सैमसंग ने इस साल 300 मिलियन (30 करोड़) से कम यूनिट का शिपमेंट किया है। कंपनी ने 9 साल के इतिहास सबसे कम शिपमेंट किया है। इस साल कोविड की वजह से कंपनी के शिपमेंट में गिरावट देखने को मिली है। चीन की सरकार ने टेक्नोलॉजी और इंटरनेट पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इससे यहां टेक कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। पिछले 2 दिनों में 4 टेक कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट से उन्हें 15 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे ज्यादा घाटा अलीबाबा ग्रुप को हुआ है। वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही की शुरुआत से ही भारत में रोजगार की स्थिति विकास के रास्ते से भटक गई है। अक्टूबर में महज 50 हजार रोजगार लोगों ने गंवाए थे। जबकि नवंबर में यह कई गुना बढ़कर 35 लाख हो गया है। यानी रोजगार के मामले में स्थिति भयानक होती जा रही है। बता दें कि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के बीच पहली तिमाही में रोजगार में 20.3 पर्सेंट की गिरावट आई थी। इस साल प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट से कंपनियों ने 1.78 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। इस भारी भरकम रकम से कोरोना महामारी इक्विटी बाजारों पर अपना असर छोड़ने में नाकामयाब रही है। साल 2020 में मार्च के बाद पसरी महामारी के बावजूद, इक्विटी बाजारों के माध्यम से 1 लाख 77 हजार 468 करोड़ रुपए जुटाया गया। यह आंकड़ा अब तक का आल टाइम हाई है। अगले साल मार्च से सरकार रोजगार पर नया सर्वेक्षण जारी करेगी। इस सर्वेक्षण के आंकड़े हर तीन महीने पर आएंगे। नया सर्वेक्षण देश में रोजगार और बेरोजगार की स्थिति की ज्यादा सही तस्वीर प्रस्तुत करेगा। एक अधिकारी ने कहा कि मौजूदा सर्वेक्षण में औपचारिक सेक्टर के उन्हीं प्रतिष्ठानों को शामिल किया जाता है, जिनमें 10 से ज्यादा लोग काम करते हैं।