रोजाना इस्तेमाल का सामान बनाने वाली टॉप कंपनियां महामारी के झटके से उबर रही हैं। हाल ही में जारी हुए अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। च्यवनप्राश से लेकर हेयर ऑयल तक बनाने वाली कंपनी डाबर इंडिया ने इस तिमाही में 494 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा कमाया है जो 2019 के इसी तिमाही के मुकाबले 24 फीसदी ज्यादा है। बजट में न तो पुराने टैक्स ढांचे में कुछ बदला है, न नए में। बस 75 साल से ज्यादा के बुजुर्गों को कुछ राहत मिली है। अगर उनकी कमाई सिर्फ पेंशन और ब्याज से हो रही है, तो उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरना होगा। हालांकि टैक्स कंप्लायंस आसान किया गया है। कुछ ऑटो पाट्र्स पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर 15 फीसदी की गई है। इससे गाडियां महंगी हो सकती हैं। पेट्रोल पर 2.5 रुपए और डीजल पर 4 रुपए प्रति लीटर एग्री सेस लगा है। सोना-चांदी पर भी 2.5 फीसदी एग्री सेस लगाया गया है, हालांकि इस पर इंपोर्ट ड्यूटी 12.5 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी कर दी गई है। हर बार की तरह इस बार भी आम बजट में कुछ चीजें सस्ती हुई हैं, तो कुछ महंगी। लेकिन सबसे ज्यादा असर सोने-चांदी पर पड़ा है। इन पर इंपोर्ट ड्यूटी 5 फीसदी कम की गई है। इससे ज्वैलरी सस्ती होगी। जीएसटी वसूली पर कोरोना महामारी का असर खत्म हो चुका है। अब इससे होने वाली कमाई ने पूरी रफ्तार पकड़ ली है। जनवरी में सरकार को जीएसटी से अब तक की सबसे ज्यादा करीब 1.2 लाख करोड़ रुपए की कमाई हुई है। यह दिसंबर की 1.15 लाख करोड़ रुपए की रिकॉर्ड कमाई से भी ज्यादा है। जबकि, पिछले साल के मुकाबले यह 8 फीसदी ज्यादा है।