अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ने लगी लकड़ियां 1 कोरोना का कहर चारों तरफ फैलता जा रहा है, हालात इतने खराब हो चुके हैं की अंतिम संस्कार के लिये लकड़ियों की मात्रा भी कम पड़ रही है वही अब दूसरी तरफ राजपुरा स्थित श्मशान घाट में कोरोना से हुई मौत के शव का अंतिम संस्कार करने के बाद पीपीई किट, मास्क, ग्लब्स बाहर खुले में फेंके जा रहे हैं, अन्य शव भी कोरोना पॉजिटिव शवों के साथ ही जलाये जा रहे हैं, इस बात को लेकर पार्षद सहित स्थानीय लोगो ने जमकर हंगामा काटा, इस दौरान लोगों की प्रशासन से नोक झोंक भी हुई, 2 देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकारों को सभी जगह के बाजार बंद करने को मजबूर कर दिया है लगातार कोरोना के बढ़ते मामले सरकार का सिर दर्द बन गए है सरकार कोरोना की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रही ही अब जिसका साफ असर व्यापार पर भी दिख रहा है जिला उधम सिंह नगर के जसपुर में एशिया में पहले नंबर पर कही जाने वाली प्रसिद्ध लकड़ी मंडी का कारोबार है जो इस कोरोना की भेंट चढ़ गया है लॉक डाउन ओर कर्फ्यू की वजह से लकड़ी मंडी पूरी तरह बंद है जिसकी वजह से इस समय लकड़ी कारोबारीयो के सामने रोजी रोटी का संकट हो गया है 3 कोरोना संक्रमण के बढ़ते कुप्रभाव से हर कोई चिंतित है आज विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने ऋषिकेश शहर के अंदर व्यापारियों को कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से सावधानी व सुरक्षा के बारे में व्यक्तिगतरूप से जागरूक करने का प्रयास किया । अग्रवाल ने कहा है कि आमजन भी आवश्यक सामान के लिए व्यापारियों के पास ही पहुंचते हैं इसलिए सभी की सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है । 4 कोरोना महामारी के चलते स्वास्थ विभाग की टीम पछवादून के उत्तराखंड और यूपी राज्य के सीमा दर्रारिट पर सभी लोगों का रेपिड एंटीजन टेस्ट कर रही है और यूपी से उत्तराखंड आने वाले राहगीरों को आरटीपीसीआर टेस्ट की पाजिटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही एंट्री दी जा रही है। 5 हरिद्वार के सबसे बड़े ओद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में आज एक निजी कंपनी ने कोविड मरीजो के लिए सामने आई है। सिडकुल में सबसे बड़ी दवा कंपनी एकम्स ने आज अपनी एक फैक्ट्री को कोविड सेंटर में तब्दील कर दिया है। कंपनी ने अपनी एक यूनिट में 250 बैड का कोविड केयर सेंटर शुरू कर दिया है। इस कोविड केयर सेंटर में कोरोना के गंभीर मरीजो को छोड़कर अन्य कोरोना संकृमितों को आइसोलेट किया जाएगा। इस सेंटर में वैसे तो गंभीर कोरोना मरीज नही रखे जाएंगे मगर यंहा भर्ती किसी मरीज की हालत बिगड़ने पर यंहा ऑक्सीजन का भी इंतेजाम किया जा रहा है जिसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसे मरीजो के लिए यंहा तैनात रहेगी। फिलहाल कंपनी ने सेंटर में 10 ऑक्सीजन कंसरट्रेटर के अलावा ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी की है।