सावधान ! MP में बच्चों पर कोरोना का कहर प्रदेश की राजधानी भोपाल में दूसरी लहर में कोरोना वायरस का कहर बच्चों पर जारी है. अब तक 14 साल तक के बच्चे सबसे ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. जबकि तीसरी लहर में बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है. ऐसे में अब शासन-प्रशासन तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुट गया है. MP में झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे मरीज राजधानी भोपाल से लगे आस-पास के गांवों में कोरोना पीड़ित लोगों को सरकारी इलाज नहीं मिल पा रहा है. भोपाल के आसपास स्थित करीब 40 गांव के बीच एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है. उस पर भी ना डॉक्टर है और ना पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। मरीज झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे अपना इलाज करा रहे है। यह हाल जब भोपाल के आसपास के गांव का तो प्रदेश के दूर दराज के इलाकों में ग्रामीण क्षेत्रों का अंदाज आसानी से लगाया जा सकता है. CM का लाखों कर्मचारियों को तोहफा प्रदेश सरकार ने कोरोना के बीच 4 लाख कर्मचारियों को बड़ी सौगात दी है. सरकार ने कर्मचारियों के पेंशन अंशदान में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर दी है. यह फैसला मंगलवार को शाम हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया. इससे सरकार पर सालाना 600 करोड़ रुपए का अतिरिक्त वित्तीय भार आने की संभावना है. अमेरिकी डॉक्टरों से सलाह लेगी सरकार कोरोना को हरा कर ठीक होने वाले मरीजों के लिए ब्लैक फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ गया है। प्रदेश में ब्लैक फंगल इंफेक्शन के सक्रिय मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। इसको लेकर अब सरकार ब्लैक फंगल इंफेक्शन को रोकने अमेरिकी डॉक्टर से सलाह लेगी। सरबजीत मोखा पर रासुका की कार्रवाई जबलपुर में कोरोना महामारी में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन विश्व हिंदू परिषद के नर्मदा डिवीजन के जिलाध्यक्ष सरबजीत मोखा पर रासुका की कार्रवाई की गई है। सरबजीत मोखा सिटी अस्पताल का डायरेक्टर है और उसने अपने अस्पताल में भर्ती संक्रमितों को गुजरात से नकली इंजेक्शन मंगवा कर लगवाए थे।