बीमार माँ के लिये ठुकराई कलेक्टरी आईएएस की परीक्षा पास करने वाले हर नौजवान का सपना होता है कलेक्टर बनना। प्रशिक्षण काल के दौरान आईएएस की परीक्षा पास कर चुका हर नौजवान कलेक्टर बनने का मौका हाथ से नहीं गंवाना चाहता है। पर जबलपुर में पहले नगर कमिश्रनर रहे और वर्तमान अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ 2013 बैच के आईएएस अधिकारी अनूप कुमार सिंह ने कलेक्टर का पद ठुकरा दिया है। सात मई को सरकार ने दमोह कलेक्टर के रूप में उनकी नियुक्ति की थी। अनूप कुमार सिंह के इंकार के बाद सरकार को कुछ ही देर में आदेश निरस्त कर दिया। अनूप कुमार सिंह ने कलेक्टरी का पद अपनी बीमार की तीमारदारी करने के लिये ठुकराया है। अनूप सिंह फिलहाल अपनी बीमार मां की सेवा में दिन रात लगे हुए हैं। मां के प्रति उनका स्नेह और आदर देखकर जबलपुर में उनकी तारीफ हो रही है। अनूप सिंह ने आज अपनी बीमार के लिए कलेक्टर जैसे इतने बड़े पद को ठुकरा दिया, जिस पद पर जाने के लिए न जाने कितनी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है। अनूप सिंह मूलत: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले हैं, शांत स्वाभाव और काम के प्रति वो हमेशा स्ट्रिक्ट रहते हैं। जबलपुर नगर पालिक निगम में कमिश्नर रहते हुए उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं।