MP : ब्लैक फंगस से बढ़ी टेंशन,अलर्ट पर सरकार मध्यप्रदेश में कोरोना के केस घट रहे हैं, लेकिन अब ब्लैक फंगस के मरीज तेजी से सामने आ रहे हैं। प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस के 573 मरीज मिल चुके हैं। 31 मरीजों की मौत हो चुकी है। इंजेक्शन की कमी है। कोरोना संक्रमण के बाद सरकार अब ब्लैक फंगस पर फोकस कर रही है। सरकार ने इससे निपटने के लिए टास्क फोर्स टीम का गठन किया है। प्रदेश सरकार पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश सरकार पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए हैं. कमलनाथ ने ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक इंजेक्शन की आवश्यता की आपूर्ति को लेकर ठोस कदम न उठाने का आरोप भाजपा सरकार पर लगाया है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस से मरीज मर रहे हैं, सरकार को फिक्र नहीं है. न ही सरकार ने कोई खास तैयारी की है. निर्मला सीतारमण को भेजा पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र भेजा है। इसमें मेडिकल ऑक्सीजन, इसके उत्पादन संयंत्रों और पोर्टेबल कंसंट्रेटर मशीन को जीएसटी से छूट देने की मांग की गई है। प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर दीपाली रस्तोगी ने पत्र लिखे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि इस बारे में राहत देने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। ताऊ ते तूफान का असर- नॉर्थ एमपी में मध्य प्रदेश में चक्रवाती तूफान ताऊ ते के असर से पिछले दो से तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है। मंगलवार को प्रदेश के 30 जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई। बुधवार को भी नॉर्थ एमपी में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश और राजधानी समेत बाकी प्रदेश में बूंदाबांदी या हल्की बारिश होने की संभावना है।