लोकसभा स्पीकर ओम बिरला मंगलवार को मध्य प्रदेश के दौरे पर रहे । इस दौरान वह मध्य प्रदेश विधानसभा पहुंचे जहां उन्होंने मध्य प्रदेश विधानसभा में आयोजित विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कार्यक्रम को संबोधित किया । उन्होंने कहा कोई भी लोकसभा अध्यक्ष नहीं चाहेगा कि उसकी अध्यक्षता वाले सदन के सदस्यों का निलंबन हो। लेकिन संसद की भी कुछ मर्यादा होती हैं। सदस्यों को इसका ध्यान रखना चाहिए। बिरला ने ये बात विधानसभा में विधायकों के प्रबोधन कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद मीडिया से चर्चा में कही। उन्होंने लोकसभा की सुरक्षा को लेकर कहा कि यह लोकसभा का मामला है। इसको लेकर लोकसभा में चर्चा की जाएगी। विधानमंडल के गठन को लेकर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि यह राज्य के अधिकार क्षेत्र का मामला है। इससे पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विधानसभा में मप्र के नवनिर्वाचित विधायकों को विधानसभा सभागार में संबोधित भी किया उन्होंने लोकसभा और विधानसभा के नियम परंपराओं से नवनिर्वाचित विधायकों को अवगत भी कराया और विधानसभा की परंपरा को बनाए रखने के लिए विधायकों को टिप्स भी दिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा का सत्र ज्यादा से ज्यादा चलना चाहिए और उसमें तर्कसंगत विचार विमर्श होना चाहिए वाद विवाद प्रदेश के विकास और जनता के हित को ध्यान में रखकर करना चाहिए । इससे विधायकों के क्षेत्र का अधिक विकास होगा और समस्याओं का निराकरण भी होगा साथ ही विधायकों के व्यक्तित्व में भी निखार आएगा । कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे ।