छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा में बागेश्वर धाम में जमीन के रेट आसमान छू रहे हैं। इस बीच यहां जमीन बेचने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित का आरोप है कि फर्जी जमीन की रजिस्ट्री कराकर उससे 55 लाख रुपये हड़पे गए है। पीड़िता द्वारा इसकी शिकायत छतरपुर पुलिस अधीक्षक को की गई है।दरअसल राजस्थान के जालौर जिले के ग्राम राउता निवासी दाडमी देवी एक वर्ष पहले बागेश्वर धाम में दर्शन करने आई थी। दर्शन करने के बाद वह कुछ दिन बागेश्वर घाम में रूकी रहीं। इस दौरान उनकी जमीन लेने की इच्छा हुई तो उनका सम्पर्क बागेश्वर धाम के पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के चचेरे भाई दीपेन्द्र गर्ग और उसके साथियों से हुआ। दीपेन्द्र गर्ग ने पीड़िता को खसरा नंबर-434/1/1 का 1500 वर्गफिट का प्लॉट दिखाया। जिसकी कीमत 45 लाख रुपये थी। पीड़िता ने 15 लाख रुपये देकर प्लाट की रजिस्ट्री करानी चाही लेकिन विक्रय पत्र पर प्लाट का खसरा नंबर कुछ और था। पीड़िता द्वारा आपत्ति लेने पर दीपेन्द्र गर्ग ने कहा कि तुम्हे वही जमीन चाहिए तो उसके 55 लाख रुपये देने पड़ेगे। पीड़िता 15 लाख रुपये पहले ही दे चुकी थी। बची रकम पीड़िता ऑनलाइन पेमेंट और 5 चेक के माध्यम से दीपेन्द्र गर्ग के कहने पर नरेन्द्र कुमार शर्मा एवं अरविन्द कुमार पाण्डेय दिनेश कुमार राजू प्रेमचंद्र जसवंत सिंह हीरालाल साहू को दे चुकी है। इसके बावजूद भी आरोपी दीपेन्द्र गर्ग द्वारा न तो पीड़िता को प्लॉट दिया जा रहा है और न ही उसके पैसे वापिस किये जा रहे हैं। पीड़िता द्वारा अपना प्लाट मांगे जाने पर दीपेन्द्र गर्ग द्वारा कहा गया कि अगर दोबारा यहां दिखाई दी तो फर्जी चेक बाउन्स के मामले में जेल भिजवा देंगे या जान से मार देंगे। पीड़िता दाडमी देवी न्याय के लिए दर-दर भटक रही है। पीड़िता दाडमी देवी को न तो अपना प्लाट मिल पा रहा है न ही अपने रुपये मिल पा रहे है।