वैनगंगा नदी में आई बाढ़ के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत बालाघाट नगर से वार्ड नं 1 के ढीमरटोला में निर्माणाधीन आवास भवन बाढ़ के पानी से चारो ओर से धिरे गये थे। ऐसा पहली बार नही हुआ है 2016 में इस योजना के तहत निर्माण किये जा रहे भवन जब कभी वैनगंगा नदी में बाढ़ आई है तभी चारों ओर से घिरे जाते है। प्रधानमंत्री आवास के लिये अनेक लोगों ने बुकिंग की थी लेकिन बारिश के मौसम में बाढ़ आने के कारण उक्त क्षेत्र असुरक्षित होने से पूरी तरह अस्त व्यस्त हो जाता है जिसके कारण बुकिंग केंसल करवाने के लिये कई लोगों ने आवेदन प्रस्तुत कर दिया हैं। बालाघाट में जल प्रदाय योजना के फिल्टर प्लांट के पास आवास गृहों का निर्माण किया जा रहा है निर्माण अवधि के प्रारंभ होने के बाद 8 साल बीत गये निर्माण कार्य अधूरा ही है। ऑनलाईन रुपये लगवाकर करोड़ों रुपये की ठगी करने को लेकर हितग्राहियों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर निवेशकों की जमा राशि वापस दिलाने और दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। इस दौरान निवेशकों ने बताया कि वार्ड नंबर 15 वारासिवनी निवासी अनुरोध मिश्रा ने विभिन्न लोगों से ऑनलाईन रूपये डीए एएल एप में रूपये जमा करवाकर डबल करने का प्रलोभन देकर निवेश कराया गया। जिले में लगातार हो रही बारिश और भीमगढ़ बांध के 7 गेट खोले जाने से वैनगंगा नदी का एकदम से जलस्तर बढ़ जाने से गांव में बाढ़ के पानी ने तबाही मचा दी है। ग्राम धपेरा और कुम्हारी के निचले हिस्सों में स्थित सैकड़ों एकड़ खेत में लगी खरीफ की धान की फसलें प्रभावित हो गई है। किसानों द्वारा लगाया गया रोपा बाढ़ के पानी में डूब गया है और खेत में पार में लगाई गई तुवल को भी नुकसानी हुई है। ग्राम धपेरा में नदी का जलस्तर भी कम हो जाने से किसानों के खेतों में पानी भरा होने से रोपा डूबा हुआ है। कु हारी से धपेरा मोहगांव जाने वाली डामरीकरण सडक़ का धपेरा में डामर उखडक़र बह गया है। जिससे सडक़ में गड्ढे हो गये है। धपेरा के किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि फसलों की नुकसानी का सर्वे कर उचित मुआवजा दिलाया जाए। विद्युत विभाग द्वारा झुग्गी झोपड़ी सहित शहरीय क्षेत्र में लगाये गये स्मार्ट मीटर में गरीब मजदूरों पर अनाप-शनाप मनमाना आ रहे बिजली बिल के विरोध में बुधवार को म.प्र कांग्रेस कमेटी झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ कार्यकारी अध्यक्ष मकसूद खान के नेतृत्व में वार्ड नंबर ३३ व २४ के गरीब उपभोक्ताओं ने कार्यालय कार्यपालन अभियंता संभाग म.प्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी बालाघाट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान हितग्राहियों ने बताया कि जब से स्मार्ट मीटर लगाया गया है खपत से अधिक मनमानी बिल आ रहा है। पहले २००३०० से अधिकाधिक ५०० रूपये बिल आता था लेकिन अब 2500 3000 रूपये बिल आ रहा है। जिससे हम गरीब लोग बिजली बिल जमा करेंगे या अपना व परिवार का जीवन यापन करेंगे। उन्होंने मांग की है कि शीघ्र स्मार्ट मीटर हटाकर पुराना मीटर लगाया जाये। ऐसा नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएंगा या स्वयं ही मीटर निकाल दिया जाएंगा।