आईटी सेक्टर से जुड़ी हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज ने अपने प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए सेबी के पास ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए हैं। कंपनी के प्रमोटर आईपीओ के जरिए ₹9950 करोड़ के शेयर बेचेंगे। हेक्सावेयर की वापसी से आईपीओ बाजार में एक बड़ी हलचल की उम्मीद है। कंपनी की लिस्टिंग 4 साल बाद स्टॉक एक्सचेंज पर होगी। इस आईपीओ के प्रबंधन की जिम्मेदारी कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग सिटी ग्लोबल मार्केट्स जे.पी. मॉर्गन एचएसबीसी सिक्योरिटीज और आईआईएफएल सिक्योरिटीज को सौंपी गई है। यह आईपीओ आईटी सेक्टर में अब तक के सबसे बड़े आईपीओ में से एक हो सकता है जो 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के ₹4713 करोड़ के आईपीओ के बाद का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज में कार्लाइल की 95.03% हिस्सेदारी है। 2021 में कार्लाइल ने हेक्सावेयर का बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया से लगभग 3 बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया था। कंपनी क्लाउड कंप्यूटिंग डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी सेवाएं प्रदान करती है। हेक्सावेयर की लिस्टिंग बीएसई और एनएसई दोनों पर होगी जिससे भारतीय शेयर बाजार में एक मजबूत एंट्री की उम्मीद है।