क्षेत्रीय
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने मां नर्मदा नदी के समग्र विकास को लेकर गठित मंत्रिमंडल समिति की बैठक में सख्त निर्देश दिए है। जिसके तहत नर्मदा के उद्गम स्थल से लेकर प्रदेश की सीमा तक किसी भी बसाहट का सीवेज नर्मदा नदी में न मिले। नदी के तट पर बसे धार्मिक नगरों और धार्मिक स्थलों के आसपास मांस-मदिरा का उपयोग न हो। नदी में मशीनों से खनन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने परिक्रमा पथ के विकास को लेकर कहा कि यह विश्व की एकमात्र नदी है जिसकी परिक्रमा की जाती है। इसे प्रमुख धार्मिक और पर्यटन गतिविधि के रूप में विकसित किया जाए।