मंगलवार को जिला पंचायत अध्यक्ष सम्राट सिंह सरसवार और कांग्रेस के पूर्व विधायक अशोक सिंह सरसवार के मकान पर उनकी चचेरी बहन डाली सिंह चौहान ने अपने पिता और बच्चों के साथ पहुंचकर ताला तोड़कर कब्जा कर लिया। घटना के समय अशोक सरसवार और सम्राट सरसवार मौजूद नहीं थे। इस घटनाक्रम से लोगों की भीड़ जमा हो गई और शहर में चर्चा का विषय बन गया। सम्राट सिंह दोपहर में बालाघाट पहुंचे। दोनों पक्ष मकान पर अपने-अपने दावे कर रहे हैं और पुलिस को सूचित किया गया है। पुलिस बल दिनभर तैनात रहा। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के द्वारा मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर केन्द्र सरकार से कृषकों द्वारा उत्पादित फसलों पर स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों के अनुसार एमएसपी सी२+50% लागू किये जाने व एमएसपी गारंटी कानून बनाने की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। इस संबंध में संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि कृषकों की फसलों को उचित समर्थन मूल्य नहीं दिया जा रहा है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसानी का भी सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर किसान आंदोलन करने बाध्य होगा। बैहर क्षेत्र के बिरसा तहसील अंतर्गत बैगा टोला माध्यमिक शाला डोंगरिया का पहुंच मार्ग व ग्राम बोदा से ग्राम डोंगरिया का पहुंच मार्ग बनाये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया है। ग्रामीणों ने बताया कि बोदा से डोंगरिया पहुंच मार्ग पूरी तरह जर्जर हो गया है। जिससे गांव के बच्चों को स्कूल जाने में व मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्र ले जाने में काफी दिक्कत होती है। बारिश के दिनों में इस मार्ग से आवागमन दूभर हो जाता है। सड़क निर्माण को लेकर पूर्व में भी क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व अनुविभागीय अधिकारी को भी दी गई है। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कलेक्टर से शीघ्र मांग पूरी करने गुहार लगाई है। नेहरू स्पोर्टिंग क्लब की बैठक मंगलवार को क्लब कार्यालय में हुई जिसमें एमएलबी स्कूल के पास स्थित लगभग साढ़े पांच एकड़ शासकीय भूमि को खेल मैदान के रूप में आंवटित करने पर चर्चा हुई। क्लब अध्यक्ष किरण भाई त्रिवेदी और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रमेश रंगलानी ने शहर में खेल मैदान की कमी को लेकर चिंता जताई। बैठक में क्लब के प्रमुख सदस्यों सहित कई अन्य उपस्थित थे। प्रस्तावित भूमि बच्चों के खेल ग्राउंड के लिए उपयोग करने की मांग रखी गई। मंगलवार को जिले के सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन में शामिल हुए। म.प्र राज्य कर्मचारी संघ के बैनर तले उन्होंने कलेक्टर कार्यालय के सामने सांकेतिक प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। उनकी प्रमुख मांगों में पुरानी पेंशन लागू करना महंगाई भत्ता बढ़ाना वेतन विसंगतियां दूर करना और सातवें वेतनमान का लाभ देना शामिल हैं। कर्मचारी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए अपनी लंबित मांगों को शीघ्र पूरा करने की मांग कर रहे हैं।