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एंकर - बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कुछ दिनों पहले ही पुजारी और मौलवी को लेकर विवादित बयान दिया था। अब उन्होंने धर्म विशेष की आपत्ति के बाद उस बयान का मतलब समझाया है। उन्होंने कहा- मैंने किसी मजहब के लिए ऐसा नहीं बोला कि हवस का पुजारी ही क्यों बोला जाता है हवस का मौलवी क्यों नहीं। जो इसपर आपत्ति कर रहे हैं वो नालायक हैं इनको कोई ज्ञान नहीं है। उन्होने नवरात्रि पर देवी आराधना पर कहा कि जब तक हम यह प्रण नहीं ले लेते कि हम बहू-बेटियों के ऊपर उठने वाली उंगली को तोड़ नहीं देते तब तक देवी की आराधना का कोई औचित्य नहीं है।