अश्लील हरकत का मामला रेडियोलॉजिस्ट को गिरफ्तार करने की मांग भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों व अभिभावकों को मुख्य धारा में लाने के प्रयास प्रारम्भ आबकारी व पुलिस विभाग ने की संयुक्त कार्यवाही लांजी थाना अंतर्गत शासकीय अस्पताल में उपचार कराने आई एक महिला ने एक्सरा जांच के दौरान रेडियोलॉजिस्ट टिनेन्द्र बिसेन द्वारा अश्लील हरकत किये जाने का आरोप लगाया है। अब यह मामला तूल पकड़ते जा रहा है। महिला द्वारा लांजी थाना में शिकायत करने के बाद पुलिस ने टिनेन्द्र बिसेन के खिलाफ ७५(२) के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले को लेकर शनिवार को लांजी के डॉक्टरों द्वारा एकजुट होकर महिला द्वारा झूठा आरोप लगाये जाने की बात कर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दिया गया है तो वहीं रविवार को पीड़िता ने परिजन के साथ मु यालय पहुंचकर इस बारे में गोवारी समाज संगठन के अध्यक्ष महेश सहारे को अवगत कराया। जिस पर गोवारी समाज अध्यक्ष ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की जांच कर पीड़िता को न्याय दिलाया जाए व दोषी स्वास्थ्यकर्मी को शीघ्र गिर तार कर कड़ी कार्यवाही किया जाएं। बाल भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों का चिन्हांकन करए बच्चों तथा उनके परिवारों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओं से जोडऩे के प्रयास प्रारम्भ हो गए है। कलेक्टर मृणाल मीना ने संज्ञान लेकर ऐसे बच्चों और अभिभावकों को मुख्य धारा से जोडऩे के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया। इसके बाद वार्ड न १९ शिवाजी नगरए रेलटोली गर्रा में निवासरत बालकध्बालिकाओं के सर्वे हेतु गठित दल द्वारा सर्वे कार्य किया गया। कलेक्टर मृणाल मीना के निर्देशन में मदिरा का अवैध रुप से निर्माणए संग्रहण एवं विक्रय कर रहे लोगों के विरुद्ध आबकारी विभाग की कार्यवाही निरंतर जारी है। रविवार को आबकारी वृत वारासिवनी कटंगी बालाघाट एवं पुलिस थाना रामपायली के द्वारा ग्राम बिटोड़ी में संयुक्त रूप से कार्यवाही सुनिश्चित की गई । जिसमे अलग अलग स्थानों से प्लास्टिक के ड्रामों और बोरियों में भरा हुआ लगभग ३२०० किलो महुआ लाहन व मदिरा जप्त कर पुलिस एवं आबकारी द्वारा ५ प्रकरण मप्र आबकारी अधिनियम के तहत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिए गया। वहीं सेम्पल लेकर शेष लाहन मौके पर नष्ट कर दिया गया। जप्त सामग्री का बाजार मूल्य ३२००० रूपये बताया गया है। आज से पहले भी सडक़ें बनी है और आगे भी बनती रहेंगी। लेकिन इस बारिश से पहले एक ऐसी सडक़ बनकर तैयार हुई। जो नक्सल सुरक्षा और पर्यटन की दृष्टि से अनुपम हैं। यह सडक़ जंगल में रहने वाले आदिवासियों के लिए जीवन रेखा के समान भी है। इस सडक़ से नक्सल से सुरक्षा में पुलिस को बढ़ी मदद तो मिलना तय है ही इससे ज्यादा पर्यटन रोजगार शिक्षा स्वास्थ्य और व्यापार को भी नया आयाम मिला है। इस सडक़ निर्माण के लिए पुलिस द्वारा आरसीपीएलडब्ल्यूई से प्रस्ताव तैयार किया गया। इस सडक़ की एक खूबी यह भी है कि ये सडक़ जिले के उत्तरी क्षेत्र बैहर को दक्षिण क्षेत्र यानी किरनापुर लांजी को सीधे जोढ़ दिया है। इस लिहाज से इसे जिले का दक्षिण द्वार कहा जाने लगा है। इस द्वार से गोंदियाए दुर्ग और राजनांदगांव सीधे तौर पर हद में आ गया है। यह सडक़ दो विधानसभाओं को आपस में जोड़ती है।