11 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि के नवमीं दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा विधि-विधान से की गई। भक्तों ने घरों और मंदिरों में रखे जवारा और ज्योति कलशों का विसर्जन नदी तालाबों में किया। यह प्रक्रिया दोपहर 12 बजे से शुरू होकर शाम तक चली जिसमें भक्त मातारानी की जयघोष करते हुए शामिल हुए। विसर्जन के बाद महाप्रसाद और भंडारे का वितरण किया गया। इस दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होने की मान्यता है। नवरात्रि के अवसर पर मां कालीपाट और त्रिपुर सुंदरी मंदिर से भव्य कलशयात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने कालीपाठ मंदिर जयस्तंभ चौक और दुर्गा मंदिर में मनोकामना ज्योत कलश स्थापित किया। नवमी के दिन इन मंदिरों से कलश और जवारा विसर्जन के लिए शोभायात्रा निकाली गई जो मातारानी की जयघोष के साथ वैनगंगा नदी पहुंची। वहां विधिविधान से पूजा अर्चना कर ज्योतिकलशों का विसर्जन किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। प्रदेश के परिवहन शिक्षा और जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने सुशासन को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए बालाघाट जिले में जर्जर स्कूलों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को मरम्मत और निर्माण कार्यों की सूची शीघ्र भेजने का निर्देश दिया। मंत्री ने कलेक्ट्रेट में जिला अधिकारियों के साथ बैठक में परिवहन स्वास्थ्य और खाद्य विभागों के कार्यों की भी समीक्षा की। इसके अलावा कान्हा नेशनल पार्क में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बिरवा में हवाई पट्टी निर्माण का कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। प्रदेश के परिवहन शिक्षा और जिले के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह ने शुक्रवार को बालाघाट जिले का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक के बाद जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जहां उन्होंने आकस्मिक चिकित्सा व्यवस्था और एचडीयू इकाई की स्थिति जानी। मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए निर्देश दिए और गरीबों को शासन द्वारा निर्धारित सेवाएं सुनिश्चित करने का आदेश दिया। इस दौरान कलेक्टर एसपी और स्थानीय विधायक भी उपस्थित थे। हर वर्ष आश्विन मास की दशमी तिथि को विजयादशमी (दशहरा) पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 12 अक्टूबर को धूमधाम से मनाया जाएगा। दिन में शस्त्र पूजा के साथ लंकापति रावण के पुतले का दहन किया जाएगा। पिछले 63 वर्षों से जिला मुख्यालय में मुख्य समारोह आयोजित हो रहा है जिसमें हनुमान जी का स्वरूप धारण कर शोभायात्रा निकाली जाती है। इसके अलावा भरवेली में भी रावण दहन और आतिशबाजी का आयोजन होगा जिससे बड़ी संख्या में लोग जुड़ेंगे। प्रति वर्षानुसार इस वर्ष भी नवरात्रि के नवमी के अवसर पर शुक्रवार को गोधूलि बेला में मां अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट के द्वारा गौ माता पूजन का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर सर्व प्रथम गौ माता का अभिषेक कर श्रृंगार किया गया। माता रानी को चुनरी उड़ाई गई पैर में पायल पहनाई गई व श्रद्धालु महिलाओं द्वारा मेहंदी माहुर सिन्दूर लगाकर गौ माता को दुल्हन की तरह सजाया गया। गौ माता को फलों एवं मिष्ठान का भोग कराया गया तत्पश्चात मां की आरती कर परिक्रमा की गई। इस अवसर पर अन्नपूर्णा मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी व महिलाएं सहित अन्य प्रबुद्धजन मौजूद रहे।