शहर मु यालय के सरेखा रेल्वे क्राङ्क्षसग में ओवरब्रिज निर्माण का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान गर्डर लगाने का भी कार्य किया गया। जिससे फाटक पूरी तरह से उठता नहीं है और गर्डर से टकराता है। गुरूवार की दोपहर नवेगांव की ओर से आ रहे एक पिकअप क्रमांक एमपी ५० जी २४०१ के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाकर रेल्वे फाटक (गेट) को टक्कर मारकर क्षत्रिग्रस्त कर दिया। पिकअप चालक मौके से वाहन सहित फरार हो गया। जिसकी सूचना ड्यूटी पर तैनात गेट मेन मोनिका लिल्हारे ने स्टेशन प्रबंधक व आरपीएफ को सूचना दी। जिससे आरपीएफ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही की है। फाटक टूट जाने से क्रासिंग से ट्रेन गुजरने पर ट्राफिक रोकने रेल्वेकर्मियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। महाकौशल में ख्याति प्राप्त लालबर्रा का माँ सरस्वती महोत्सव गत 7 अक्टूबर को विद्या की देवी माँ वीणा वादिनी की प्रतिमा विराजित कर प्रारम्भ किया गया माँ सरस्वती महोत्सव भक्तिभाव एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है और 16 अक्टूबर को हवन-पूजन एवं रात्रि में राष्ट्रीय प्रादेशिक ग्रुप डांस प्रतियोगिता संपन्न हुई साथ ही इस 13 दिवसीय माँ सरस्वती महोत्सव में जिले भर के श्रध्दालुजन पहुंचकर शिक्षा की देवी माँ सरस्वती की आराधना कर धर्मलाभ अर्जित कर रहे है। वहीं प्रजापिता ब्रम्हाकुमारीय ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केन्द्र लालबर्रा के द्वारा जीवंत चैतन्य झांकी भी लगाई गई है जो आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। बुधवार को बालाघाट विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे जीवंत चैतन्य झांकी प्रदर्शन एवं माँ सरस्वती प्रतिमा स्थल पहुंचकर पूजा अर्चना एवं माथा टेकरकर धर्मलाभ अर्जित किया और जिलेवासियों की सुख समृद्धि की कामना की तत्पश्चात अंतराष्ट्रीय गरबा नृत्य एवं सोलो डान्स प्रतियोगिता का आनंद लिया बालाघाट. शहर के वार्ड नंबर ३ बैहर रोड में स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में वाल्मीकी समाज के लोगों द्वारा १७ अक्टूबर को पूजा अर्चना कर महर्षि वाल्मीकी जी की जयंती हर्षोल्लास से आस्थापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर महर्षि वाल्मीकी जी की जयघोष करते हुये उन्हें याद किया गया। पूजन आरती कर महाप्रसादी का वितरण किया गया। इस दौरान वाल्मीकी समाज संगठन के सचिव दीपक मोंगरे ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष १७ अक्टूबर को वाल्मीकि जयंती मनाई गई। महर्षि वाल्मीकी द्वारा रामायण की रचना की गई थी। कार्यक्रम में वाल्मीकी समाज के बंधुगण उपस्तिथ रहे। बहुजन संघ धम्मराज धम्मवर्ग जिला स्तरीय त्रिरत्न बुद्ध विहार बौद्ध नगर कोसमी के द्वारा अश्विन पूर्णिमा के पावन अवसर पर गुरूवार को धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस की ६८ वीं वर्षगांठ व वर्षावास समापन कार्यक्रम का आयोजन जिला स्तरीय त्रिरत्न बुद्ध विहार बौद्ध नगर कोसमी में किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जापान से पहुंचे पूज्य भदन्त संघरत्न मानके जी भदन्त मिक्कीओअसाई भदन्त ध मशिखर भदन्त आनंद बोधि भदन्त शांत रक्षित नागपुर उपस्तिथ रहे। इस दौरान परित्राण पाठ ध्यान साधना धम्म प्रवचन किया गया। कार्यक्रम में बौद्ध उपासक-उपासिकाओं जिन्होंने वर्षावास के दौरान लगातार बुद्ध विहार में पहुंचकर ध म का प्रशिक्षण लिया है उन्हें भदन्त मिक्कीओओसाई द्वारा बौद्ध ध म की किताब भी भेंट की गई।