32 वर्षीय लॉरेंस बिश्नोई जो क्राइम की दुनिया में एक खौफनाक गैंगस्टर के रूप में उभरा है उसने हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली हैं। वर्तमान में साबरमती जेल में बंद लॉरेंस ने मर्डर और एक्सटॉर्शन के कई मामलों में सुर्खियाँ बटोरी हैं। वह सलाखों के पीछे से भी एक विस्तृत क्राइम नेटवर्क संचालित करता है। लॉरेंस का जन्म एक संपन्न किसान परिवार में हुआ और 2010 में वह चंडीगढ़ पढ़ाई के लिए आया। कॉलेज के दिनों में छात्र राजनीति में सक्रिय रहने के बाद उसने अपने साथियों के साथ एक गैंग का गठन किया। उसका पहला बड़ा अपराध हत्या के प्रयास के मामले में दर्ज हुआ था। लॉरेंस का नाम 2018 में तब उभरा जब उसके सहयोगी संपत नेहरा को गिरफ्तार किया गया जिसने बताया कि लॉरेंस ने बॉलीवुड स्टार सलमान खान को मारने की योजना बनाई थी। बिश्नोई समुदाय काले हिरन को पवित्र मानता है और लॉरेंस पर मई 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश का आरोप लगा था। हाल ही में लॉरेंस का गैंग केवल पंजाब में नहीं बल्कि कनाडा और अन्य देशों में भी फैला हुआ है जिसमें लगभग 700 सदस्य शामिल हैं। हत्या रंगदारी और अन्य संगीन मामलों में उसके खिलाफ दो दर्जन से अधिक केस हैं फिर भी उसकी दहशत बरकरार है।