रेल्वे सेफ्टी विभाग बिलासपुर जोन से अधिकारियों की टीम ने शुक्रवार की दोपहर करीब १.३० बजे बालाघाट रेल्वे स्टेशन पहुंचकर स्टेशन में लगे सेंफ्टी उपकरणों का निरीक्षण किया। इस दौरान सेफ्टी टीम के अधिकारियों ने रेल्वे क्रासिंग गेट व हट्टा रोड स्टेशन जीजे ३१ में भी सेफ्टी व गेट का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने गेट कीपर से लेकर स्टेशन प्रबंधक व कर्मचारी अधिकारियों से चर्चा कर सिंग्नल दूरसंचार और इंजीनिंयरिग कक्षों का निरीक्षण कर बारिकी से जानकारी ली गई। स्टेशन में यात्रियों की सेफ्टी के पु ता इंतजाम को लेकर चर्चा की गई। इस दौरान बालाघाट स्टेशन प्रबंधक कृष्णमोहन चौधरी सुधीर बाजपेयी सहित अन्य मौजूद रहे। जनसुनवाई के दौरान वारासिवनी नगर में अवैध प्लांटिंग का मामला निवासियों द्वारा संज्ञान में लाया गया था। कलेक्टर ने वीसी के माध्यम से जुड़ेे एसडीएम आरआर पांडे और तहसीलदार को इस मामलें को गंभीरता से लेते हुए ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए थे। शुक्रवार को एसडीएम ने तहसीलदार और राजस्व अमले को निर्देश दिये। इस पर तहसीलदार इमरान मंसूरी राजस्व अमला लेकर सम्बधित शिकायतों की पड़ताल पर पहुँचे। वारासिवनी तहसीलदार ने बताया कि जिला स्तरीय जनसुनवाई में कलेक्टर को प्राप्त अवैध कॉलोनी व अवैध प्लाटिंग की शिकायतो पर आदेशानुसार राजस्व अमला वारासिवनी नगर की विभिन्न क्षेत्रों में जाकर मौके पर जाकर जांच की । नए स्तर पर प्रकरण तैयार किये व आवश्यक अग्रिम कार्यवाही की गई। विगत दिनों लामता सरपंच हुलासमल कोचर ने अपनी बीमारी के चलते सरपंच पद से अपना इस्तीफा जिला पंचायत बालाघाट को दिया गया थाएजिसमें उन्होंने अपनी बीमारी का कारण बताया था परन्तु विगत दिनों से कुछ सामाजिक संगठन एवं ग्राम वासियों के बार बार आग्रह पर १८ अक्टूम्बर को पुन: अपना सरपंच पद से इस्तीफा वापस ले लिया हैएइस खबर से उनके चाहने वाले लोगों में खुशी की लहर फैल गई। जिसमें उन्होंने आतिश बाजी कर मिठाई बाटी। पंवार क्षत्रिय संगठन लिंगा परसवाड़ा द्वारा को पंवार मंगल भवनए भोरवाही में शरद पूर्णिमा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। यह महोत्सव समाज की एकजुटता समर्पण और सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने का प्रतीक बना। कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कई प्रमुख अतिथियों ने शिरकत की समाज के वरिष्ठजन और अतिथियों की गरिमामय उपस्थिति में इस आयोजन ने सभी को समाज की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ा। इस अवसर पर एकता और समर्पण का संदेश दिया गया जिससे सभी स्वजातीय जनों में नई ऊर्जा का संचार हुआ।इन प्रतियोगिताओं ने प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता और कौशल दिखाने का अवसर प्रदान किया। बच्चों से लेकर महिलाओं तकए सभी ने उत्साहपूर्वक इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया और विजेताओं को सम्मानित किया गया।