करंट से तेंदुआ का शिकार 5 आरोपी गिरफ्तार छलनी में चांद देखकर किया पति का दीदार जल ग्रहण कर खोला व्रत अंडर १५ क्रिकेट खिलाडिय़ों ने चयन के लिये दिखाई प्रतिभा बालाघाट अंतर्गत वन परिक्षेत्र बिरसा दमोह में सामूहिक वनगस्ती करने पर पाया गया कि वनक्षेत्र में वन्यप्राणी तेंदुआ मृत पड़ा हुआ पाया गया। जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये घटना स्थल पर डाग स्क्वायड दल बुलाया गया एवं दल के द्वारा पतासाजी करते हुये आरोपियों के घर तक डाग स्क्वायड दल जा पहुँचा। जिसमें ५ आरोपियो को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर अपना जुर्म कबुल कर पूरे घटना की जानकारी दी कि विद्युत करंट उपयोग कर उक्त घटना को अंजाम दिया गया। कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि २० अक्टूबर को सुहागन महिलाओं द्वारा पति की लंबी उम्र व सुखी दामपत्य जीवन के लिये एवं कुंवारी कन्याओं ने मनचाहा वर पाने की कामना को लेकर करवा चौथ का निर्जला व्रत किया गया। शाम के समय चांद निकलने पर छलनी में चांद की रोशनी में पति का चेहरा देखकर चांद को अध्र्य देकर पति के हाथों जल ग्रहण कर व्रत खोला गया। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में जबलपुर के रणजी ट्राफी मैदान नीमखेड़ा में ४ व ५ नव बर को अंडर-१५ क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में चयन के लिये २० अक्टूबर को जिला क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा चयन प्रक्रिया आयोजित की गई। चयन प्रक्रिया उत्कृष्ट स्कूल मैदान में शाम ४ बजे से प्रारंभ हुई। जिसमें जिले के करीब ३५-४० बच्चे शामिल हुये। जिसमें करीब १६ खिलाडिय़ों का चयन किया गया। चयनित खिलाडिय़ों के लिये प्रशिक्षण कै प २१ अक्टूबर से ३ नव बर तक किया जा रहा है। जिसमें रेंजर कॉलेज मैदान व गल्र्स कॉलेज के मैदान में बच्चों को प्रशिक्षण देकर मैच कराया जाएंगा। जिले की चयनित टीम ३ नव बर को जबलपुर के लिये रवाना होगी। महाकौशल में प्रख्यात मां सरस्वती महोत्सव के सफलतम ३२ वर्ष में महोत्सव का कार्यक्रम श्रद्धालु भक्तजनों द्वारा बड़े ही सादगी पूर्वक ढंग से पूरे १३ दिनों तक नगर के हाई स्कूल ग्राउंड में मनाया गया जहां अंतिम दिवस यानी १९ अक्टूबर को ढोल नगाड़े की आवाज पर आतिशबाजी करते हुए मिरेगांव वैनगंगा नहर के तट में मां वीणा वादिनी का विसर्जन किया गया। विदित हो कि स्थापना दिवस से लेकर पूरे १३ दिनों तक श्रद्धालु भक्तजनों द्वारा सुबह और शाम माता रानी की महा आरती में सम्मिलित होकर पूरे विधि-विधान से पूजन अर्चन किया गया वहीं महोत्सव के अंतिम दिन समिति पदाधिकारियों व क्षेत्रीय श्रद्धालुगण की उपस्थिति में पूजन अर्चन पश्चात ४ बजे मां सरस्वती प्रतिमा विसर्जन की यात्रा निकाली गई