सचिव और रोजगार सहायकों का सीआर लिखने का अधिकार सरपंचों को दिये जाने का विरोध माटे के ग्रामीणों ने सरपंच सचिव पर लगाया शासकीय राशि का दुरूपयोग करने का आरोप पुलिस पेंशनरों ने डीए की राशि नहीं दिये जाने का जताया विरोध पंचायत मंत्री द्वारा पंचायत सचिव व ग्राम रोजगार सहायक के गोपनीय प्रतिवेदन (सीआर) लिखने का अधिकार सरपंचों को प्रदान किये जाने की जानकारी समाचार पत्रों से मिली है। जिससे पूरे प्रदेश के पंचायत सचिव व रोजगार सहायकों ने इस तरह के आदेश की निंदा करते हुये इसका विरोध जताया है। मध्यप्रदेश पंचायत सचिव/ग्राम रोजगार सहायक संगठन संयुक्त मोर्चा के द्वारा प्रांतीय आव्हान पर बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सीआर लिखने का कार्य सरपंचों को न देकर पूर्व की तरह यथावत रखा जाने मांग की है। किरनापुर जनपद पंचायत के अंतर्गत माटे के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर सुदुर सडक़ निर्माण व मीनाक्षी तालाब में ग्राम पंचायत सरपंच सचिव पर शासकीय राशि का बंदरबाट करने का आरोप लगाते हुये कलेक्टर को ज्ञापन देकर मामले की जांच कर दोषियों पर दंडात्मक कार्यवाही किये जाने की मांग की है। इस दौरान उन्होंने बताया कि मीनाक्षी तालाब का मामला है जिसमें हितग्राही के मृत्यु होने के बाद भी उनके नाम से मस्टररोल में नाम चढ़ाकर राशि का आहरण कर लिया गया है। एक मीनाक्षी तालाब का मामला है जो बना ही नहीं और राशि निकाल ली गई है। इसके अलावा सुदुर सडक़ में भी मुरूमीकरण नहीं किया गया और राशि का आहरण कर शासकीय राशि का दुरूपयोग किया गया है। मध्यप्रदेश पुलिस पेंशनर संघ ने राज्य सरकार द्वारा राज्य का ४ प्रतिशत डीए प्लस केन्द्र सरकार द्वारा घोषित ३ प्रतिशत डीए शासन द्वारा पुलिस पेंशनरों को नहीं दिये जाने पर भोपाल में आंदोलन करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में म.प्र पुलिस पेंशनर संघ बालाघाट की बैठक बुधवार को शहर के मोतीगार्डन में आयोजित हुई। इस संबंध में पुलिस पेंशनर संघ के जिलाध्यक्ष उमेशचन्द्र प्रजापति ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पुलिस पेंशनरों को ४ प्रतिशत डीए व केन्द्र सरकार द्वारा ३ प्रतिशत डीए दिये जाने आदेश दिया गया है लेकिन राज्य सरकार द्वारा अब तक डीए की राशि नहीं दी गई है। जिससे पूरे प्रदेश भर के पेंशनरों द्वारा प्रांतीय संगठन के आव्हान पर निर्णय लिया गया है कि ३१ अक्टूबर तक डीए की राशि नहीं दी गई तो नव बर माह में भोपाल में धरना आंदोलन किया जाएंगा। जिला पंचायत सदस्य स्मिता टेकाम के पति कंचन टेकाम ने बुधवार को स्थानीय सर्किट हाऊस में पत्रकार वार्ता आयोजित कर अपनी पत्नी जिपं. सदस्य स्मिता टेकाम व जनपद उपाध्यक्ष शंकरलाल बिसेन के बीच अवैध संबंध होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस बारे में जानकारी मिलने पर पत्नी व शंकरलाल बिसेन के द्वारा धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जनपद उपाध्यक्ष व मेरी पत्नी द्वारा राजनैतिक छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया गया है जो गलत है। राजनीति में आने के बाद पत्नी के व्यवहार में बदलाव आ गया और वे जनपद उपाध्यक्ष के साथ मित्रता बढ़ाने लगी थी। कलेक्टर मृणाल मीना द्वारा त्याहारों के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा विभाग को निरंतर कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है। जिसके परिपालन में बुधवार को खाद्य सुरक्षा प्रशासन द्वारा किरनापुर की प्रमुख होटलों एवं मिठाई की दुकानों की सघनता से जांच की गई। जिसमे अमले द्वारा होटल विश्वकर्मा से पेड़ा एवं गुलाब जामुनए होटल तारन से खोवे का पेड़ा एवं बर्फीए जय रामदेव बीकानेर मिष्ठान से मिल्क केक एवं चमचम तथा टिंकू मिष्ठान भंडार से कलाकंद एवं घी के नमूने लेकर जांच के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजे गए। वहीं यश होटल एवं बस स्टैंड स्थित होटलो की जांच कर साफ स्वच्छता के सख्त निर्देश दिए गए। साथ ही अनियमितता के लिए नोटिस भी जारी किए गए।