कोरिया जिले के अंतर्गत आने वाले गुरु घासीदास राष्टीय उद्यान में लगातार हो रही वन जीवो की मौत का मामला सामने आ रहा हैं अभी कुछ दिन ही बाघ की मौत की जांच पूरी भी नहीं हो पाई थी और गुरु घासीदास राष्टीय उद्यान में एक तेंदुए की मौत का मामला सामने आ गया । वन जीवो की सुरक्षा को लेकर वन विभाग की कार्य शैली में कई प्रकार के सवालिया निशान उठ रहे है । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती पर विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी विधायक संगीता सिन्हा समेत अन्य विधानसभा अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। छत्तीसगढ़ की कानून व्यवस्था और लगातार हो रहे मर्डर पर नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर चरण दास महंत ने कहा कि किसी भी प्रशासन या मुख्यमंत्री की पहली जिम्मेदारी राज्य और राजधानी के लोगों को सुरक्षित रखने की होती है बार-बार हमारे चेतावनी के बाद भी छत्तीसगढ़ में राजधानी में हत्याएं लूट चोरी नशाखोरी ये सब रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पूरी तरीके से साय सरकार नाकाम साबित हो रही हैं। .धमतरी जिले में इन दिनों लोग भारी भरकम बिजली के बिलों से काफी परेशान और हैरान हो गए हैं वही गुस्साए लोगों ने कलेक्टोरेट पहुंच कर अपना विरोध प्रदर्शन किया और बिजली के दरों को कम करने की मांग संबंधित विभाग से की है स्थानीय लोगों ने बताया कि वे सभी लोग रोजी मजदूरी कर जीवन यापन करते है और पहले उनके घरों का बिजली बिल तीन से चार सौ रुपये आता था लेकिन अभी दो माह से किसी का चार हजार तो किसी का 8 हजार रुपये बिजली बिल आ रहा है जिससे ये गरीब तबके के लोग काफी परेशान हो गए है की मजदूरी करके घर चलाये या फिर बिजली बिल पटाये जिसको लेकर लोगों में शासन प्रशासन के खिलाफ काफी नाराजगी देखने को मिल रही है बहरहाल बिजली विभाग का कहना है कि ज्यादा बिजली बिल क्यो आया है उसका जांच कर सभी के शिकायतों का निराकरण किया जाएगा। कोरिया जिले के सोनहत विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम बदरा निवासी शंकर यादव जो 20 सालों से फाइलेरिया बीमारी (हांथी पाँव)से ग्रसित है। इस बीमारी में दोनो पैर में मांस अत्यधिक बढ़ गए है जिसे वे कपड़ो के सहारे बांध कर रखते बढे हुए मांस पकते है फूटते है फिर बढ़ते पकते फूटते है लगातार 20 सालों से इस बीमारी से जूझ रहे है। इलाज के लिए लगातार प्रयास करते रहे लेकिन हिम्मत तब टूटी जब डॉक्टरों ने बताया इलाज के लिए 17 लाख रुपए लगेंगे शंकर यादव की आर्थिक स्थिति ठीक नही है पिता बचपन मे ही गुजर गए माँ वृद्ध है। बोल नही पाती लेकिन अपना और बेटे का पेट भरने के लिए मजदूरी करती है। बेटे के इलाज के लिए जमीन गिरवी रख दी लेकिन दुखियारी माँ का दुख खत्म नही हुआ इलाज में रुपए तो खत्म हो गए मगर बीमारी से राहत तक बेटे को नही मिली । अब न जमीन है और न ही ज्यादा कमाई का साधन इस लिए पीड़ित शंकर यादव ने स्वास्थ्य मंत्री से इलाज कराने की मांग की और कहा है इलाज नही करवा सकते तो मुझे इच्छा मृत्यु की ही अनुमति दे दी जाए अब और इस बीमारी का बोझ नही सहा जाता ।