बालाघाट जिले में निजी नर्सिंग होम्स द्वारा मनमाने शुल्क वसूली रोकने के लिए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण राठी ने निर्देश जारी किए हैं। सभी नर्सिंग होम्स को चिकित्सकीय सेवाओं की दर सूची प्रमुखता से प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। काउंटर पर भी यह सूची लगानी होगी। नियम का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में लगभग एक दर्जन नर्सिंग होम्स संचालित हैं जहां मरीजों से अधिक शुल्क वसूलने की शिकायतें आम रही हैं। इन निर्देशों का उद्देश्य पारदर्शिता बढ़ाना और मरीजों को अनावश्यक आर्थिक बोझ से बचाना है। अतरी और भालेवाड़ा शासकीय स्कूलों में शिक्षकों की अनुपस्थिति पर जन शिक्षक रमेश कुमार बिसेन ने निरीक्षण के दौरान अतरी स्कूल में शिक्षक घनश्याम पाठक और भालेवाड़ा स्कूल में तीन शिक्षक (आर.के. वैध राजकुमारी दुबे चित्रेश्वरी राहंगडाले) को बिना सूचना अनुपस्थित पाया। पालक समिति ग्राम पंचायत और सरपंच के समक्ष पंचनामा तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई। छात्रों ने बताया कि शिक्षक नियमित स्कूल नहीं आते। मामले में जन शिक्षक ने शासनात्मक कार्यवाही की अनुशंसा की है। अब देखना है कि उच्च अधिकारी इस लापरवाही पर क्या कदम उठाते हैं। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू बौद्ध व ईसाई समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में सनातन चेतना मंच द्वारा डॉ. आंबेडकर चौक से रैली निकाली गई और हनुमान चौक पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। सभा में क्रांतिकारी वक्ता बाबा मौर्य जी ने हिंदुओं को एकजुट होकर संघर्ष करने की अपील की। श्रीराम मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष सुरेश सोनी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते हमलों और अत्याचारों पर चिंता जताई। मंच ने भारत सरकार से मांग की कि वह बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाकर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करे। बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने किसानों के समर्थन में धरना दिया। किसानों ने 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान खरीदी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। विधायक ने इसे जायज बताते हुए प्रदेश सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार किसानों से किए वादे पूरे नहीं कर रही है जैसे धान गेहूं और सोयाबीन की उचित कीमत और उज्जवला योजना के तहत सस्ती गैस। उन्होंने किसानों की मांगें तुरंत पूरी करने का आह्वान किया और कहा कि किसान अब अपने अधिकारों के लिए जागरूक होकर संघर्ष कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में किसानों की नाराजगी सरकार की वादा-खिलाफी के चलते विरोध के रूप में उभर रही है। बालाघाट जिले के लालबर्रा तहसील के ग्राम टेंगनीकला में किसानों ने समर्थन मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। केंद्र पर फसल बेचने पहुंचे एक किसान को अन्य किसानों ने विरोध स्वरूप लौटने पर मजबूर कर दिया। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं करेगी वे अपनी फसल समर्थन मूल्य पर नहीं बेचेंगे। विरोध बढ़ने से स्थिति गंभीर बनी हुई है।