बालाघाट में नए वर्ष का स्वागत उत्साह से किया गया। लोगों ने सुबह त्रिपुरी सुंदरी मंदिर काली पाठ मंदिर और शंकर घाट में पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। दिनभर परिवारों के साथ बाटनिकल उद्यान शंकर घाट गांगुलपारा जलाशय ढूटी बांध और मोती गार्डन जैसे स्थानों पर पिकनिक मनाई गई। लोगों ने विभिन्न पकवान बनाए और आनंद उठाया। पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए सभी प्रमुख स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। नए वर्ष की बधाई देने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। बालाघाट के कोतवाली थाना क्षेत्र के सरस्वती नगर में 1 जनवरी को दोपहर 3:30 बजे गर्रा अंडरपास ब्रिज पर नववर्ष की खुशियां मातम में बदल गईं। 16 वर्षीय अभय बंसोड़ बालाघाट-इतवारी पैसेंजर ट्रेन के सामने सेल्फी लेने के दौरान अनियंत्रित होकर नीचे गिर गया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। दोस्तों के साथ मौजूद अभय को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया और पंचनामा कार्रवाई कर मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। नववर्ष 2025 पर बालाघाट जिले के 29 परिवारों में खुशियां आईं जब 1 जनवरी को शासकीय प्रसव केंद्रों पर 29 शिशुओं का जन्म हुआ। सीएमएचओ डॉ. मनोज पांडेय ने बताया कि इनमें 19 बालक और 10 बालिकाएं शामिल हैं। जिला चिकित्सालय बालाघाट में 17 शिशुओं का जन्म हुआ जिनमें 11 बालक और 6 बालिकाएं हैं। लांजी बिरसा परसवाड़ा कटंगी लालबर्रा और मोहगांव के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में भी शिशुओं ने जन्म लिया। नववर्ष पर इन नन्हें मेहमानों की दस्तक ने घर-परिवारों में अतिरिक्त उत्साह और खुशी भर दी। बालाघाट जिले में नूतन वर्ष 2025 के अवसर पर ग्राम कोसमी से 1111 फीट लंबी विशाल चुनरी यात्रा निकाली गई और मां काली पाठ मंदिर में भेंट की गई। यह जिले की सबसे बड़ी चुनरी यात्रा है जिसकी शुरुआत 26 वर्ष पूर्व पूर्व जिला पंचायत सदस्य डाली दमाहे ने की थी। उनकी परंपरा को उनके भांजे हितेश माहुले और जिला पंचायत प्रतिनिधि मुकेश माहुले ने जीवंत रखा है। इस वर्ष चुनरी यात्रा मरकट बाबा मंदिर से शुरू होकर कोसमी के विभिन्न चौकों से होते हुए काली पाठ मंदिर पहुंची। इस परंपरा ने क्षेत्र में भक्तिभाव का माहौल बनाया। छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित दिगंबर जैन समाज के प्रथम तीर्थ क्षेत्र डोंगरगढ़ में विश्व वंदनीय श्रमण संस्कृति के उन्नायक आचार्य १०८ विद्यासागर जी महा मुनिराज की समाधि के १ वर्ष पूर्ण होने पर उनके शिष्य एवं शिष्याएं समाधि स्थल पर चरण वंदना हेतु लगातार भीषण शीतलहर एवं ठंड को सहते हुए पैरों में छाले पडऩे के बावजूद भी डोंगरगढ़ की ओर जा रहे हैं। इस तरह बालाघाट जैन समाज का सौभाग्य है कि सभी साधु संतों भगवंतों के सानिध्य का अवसर समाज को मिल रहा है। वर्तमान में १०५ अपूर्व मति माताजी १०५ अखंड मति माताजी एवं १०५ अनुपम मति माताजी के साथ ही धारणामति माताजी विराजमान है। दिगंबर जैन पंचायत कमेटी सभी नगर वासियों से धर्म लाभ लेने के लिए प्रतिदिन प्रात: ९ से होने वाले प्रवचन किया जाएगा। १०५ अंतरमती माताजी संग माताजी का नगर आगमन हेतु श्री दिगंबर जैन पंचायत बालाघाट महिला मंडल सखी मंडल पाठशाला समिति नवयुवक मंडल बालिका मंडल तरुण क्रांति मंचए एवं दिगंबर जैन समाज के सभी सदस्य ने माता जी की नगर अगवानी बड़ी धूमधाम से की गई अभी सभी माताजी महावीर भवन जैन टॉकीज मैदान में पहुचे है।