बालाघाट के गायखुरी वार्ड नंबर 33 की महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री और शराबियों के उत्पात के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है। प्रशासन द्वारा शिकायत पर कार्रवाई न होने के बाद महिलाओं ने खुद शाम ढलने के बाद लाठी-डंडों से लैस होकर गश्त शुरू कर दी है। पूर्णिमा राउत के नेतृत्व में 20-25 महिलाओं का समूह नदी किनारे और वार्ड के अन्य क्षेत्रों में शराबियों को सबक सिखाने निकलता है। उनका उद्देश्य वार्ड को शराब मुक्त बनाना और सामाजिक वातावरण को स्वस्थ रखना है ताकि परिवारों में शांति और अनुशासन बना रहे। बालाघाट जनपद पंचायत की सकरी पंचायत में सरपंच-सचिव की निंदनीय कार्रवाई का मामला सामने आया है। 28 दिसंबर को तीनगड़ी ग्राम के 5 ग्रामीणों को कुएं में मोटर लगाने पर नोटिस जारी किया गया। पंचायत ने कुएं की गिरनी हटा दी और पानी भरने से भी मना कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि नोटिस में मोटर हटाने और कुएं से पानी भरने पर टैक्स देने की बात कही गई जबकि गांव में यही एकमात्र पेयजल स्रोत है। ग्रामीणों का कहना है कि यह कुआं भी पंचायत का नहीं है और इस प्रकार की कार्रवाई अनुचित और परेशान करने वाली है। लामता तहसील के आदिवासी बाहुल्य ग्राम पुजारीटोला का पहुंच मार्ग आरईएस विभाग द्वारा बनाए गए पुल के टूटने से पूर्ण रूप से अवरुद्ध हो गया है। बारिश के दिनों में बाढ़ और पानी भरने से ग्रामीणों को हाट बाजार और खेती के लिए जाना मुश्किल हो जाता है। प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हैं जिससे डिलीवरी कराने और बीमार लोगों को इलाज के लिए भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। इस समस्या ने ग्रामीणों के दैनिक जीवन को कठिन बना दिया है जिससे समाधान की आवश्यकता है। बालाघाट: स्व-शासन भवन योजना के तहत जर्जर पंचायत भवनों के पुनर्निर्माण कार्य तेज हो गया है। इसी बीच जनपद पंचायत किरनापुर के ग्राम सारद और बैहर जनपद के ग्राम करेली में भवन निर्माण स्थान को लेकर विवाद उभरा है। ग्रामवासियों ने यथावत स्थान पर निर्माण की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। पंचायत भवन स्थान परिवर्तन को लेकर मतभेद जारी है। बालाघाट: पंचायत कर्मियों ने अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आक्रोश रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। म.प्र. ग्राम पंचायत भृत्य/पंप ऑपरेटर कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी और सांकेतिक प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो प्रदेश स्तर पर ठोस रणनीति बनाकर आंदोलन किया जाएगा। बालाघाट: पंचायत कर्मियों ने मंगलवार को अपनी लंबित तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आक्रोश रैली निकाली और कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। म.प्र. ग्राम पंचायत भृत्य/पंप ऑपरेटर कर्मचारी संघ के बैनर तले रैली में सरकार के खिलाफ नारेबाजी और सांकेतिक प्रदर्शन किया गया। मांगें न पूरी होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी गई। बालाघाट: नक्सल प्रभावित सोनगुड्डा चौकी क्षेत्र के ग्राम मुरूम तिराहे पर नक्सलियों ने बैनर और पोस्टर लगाकर सरकार की नीतियों का विरोध और किसान आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने किसानों से बॉर्डर की ओर कूच करने और आंदोलन जारी रखने की अपील की। पुलिस ने बैनर-पोस्टर जब्त कर 48 नक्सलियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।