नई दिल्ली में विभिन्न प्रदेशों एवं मंत्रालयों की झांकी कलाकारों द्वारा प्रेस के सामने अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक झलक पेश की गयी। उत्तराखण्ड राज्य के कलाकारों द्वारा उत्तराखण्ड की पांरपरिक वेशभूषा में राष्ट्रीय रंगशाला में आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसे उपस्थित लोगों द्वारा सराहा गया। साथ ही इन 15 राज्यों के कलाकारों द्वारा भी अपने-अपने प्रदेश की झांकी के साथ पांरपरिक वेशभूषा में प्रस्तुति दी गई। गणतंत्र दिवस समोराह में इस वर्ष 15 राज्यों की झांकी सम्मिलित की गई है उल्लेखनीय है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए उत्तराखंड की झांकी में सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी के.एस.चौहान के नेतृत्व में उत्तराखंड राज्य से 16 कलाकार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड झांकी में भाग ले रहे हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर उत्तराखण्ड की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी की थीम “सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल” रखा गया है। भाजपा ने पूर्व सीएम हरीश रावत के नाम ग़ायब होने के आरोप पर कहाँ कि उनका मतदान के दिन सूची में नाम ढूंढने से ही पता चलता है वे कितने जागरूक मतदाता हैं। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कटाक्ष किया कि वे इतने स्थानों से चुनाव लड़ते हैं कि उन्हें मालूम नहीं किस शहर या ग्रामीण क्षेत्र में उनका वोट है। भाजपा की जीत निश्चित है लिहाजा उनके जैसे वरिष्ठ नेता के इस तरह की नाटकबाजी और हल्की राजनीति से बचना चाहिए मतदाता सूची में नाम नही होने के आरोपों पर पलटवार करते हुए श्री भट्ट ने कई गंभीर सवाल उठाए। नगर पालिका परिषद मसूरी के चुनाव में वार्ड नंबर 6 जो अति संवेदनशील माना जा रहा था आज वहां पर मतदान को लेकर दो पक्षों में जमकर लात घूसे चले और मामला बिगड़ता देख पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा इस दौरान दो पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर मतदान में फर्जी वोट डालने के आरोप लगाए सुबह से ही जहां शहर में शांतिपूर्ण मतदान चल रहा था वही शाम होते-होते कई स्थानों पर झड़प की सूचनाएं मिली उत्तराखंड में हो रहे निकाय चुनाव के मतदान के बीच कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के नाम निर्वाचन नामावली से गायब होने की बात सामने आई है__ हैरानी की बात है कि राज्य निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में कई आम मतदाताओं के साथ कुछ खास लोगों के नाम भी गायब है जिनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का नाम भी शामिल है जिनका नाम निर्वाचन सूची से गायब है यही नहीं कांग्रेस की एक प्रवक्ता के पूरे परिवार का नाम भी मतदाता सूची से बाहर है जिस कारण आम हो या खास कई लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित रहना पड़ा है___ :एक तरफ़ जहां उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव के लिए मतदान चल रहा है वही उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का वोटिंग लिस्ट से नाम गायब हो गया है। लिस्ट से नाम गायब होने पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने हमला बोला है । हरीश रावत ने राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत की हरीश रावत ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने कहा उनके सर्वर डाउन चल रहा है। इसको लेकर पूर्व सीएम ने धामी सरकार पर भी हमला किया उन्होंने कहा कि यह चमत्कारों की पार्टी है चुनाव बाले दिन सर्वर डाउन होना यह सिर्फ भाजपा सरकार में ही मुमकिन है। प्रदेश में निकाय चुनाव के क्रम में देहरादून नगर निगम में भी सुबह आठ बजे से ही मतदान को लेकर बड़ी संख्या में लोग बूथों में पहुंच रहे हैं वहीं इसी बीच कुछ लोगों ने मतदान में गड़बड़ी होने की बात कही। हंगामे के बीच बीजेपी नगर निगम देहरादून के मेयर प्रत्याशी भी मौके पर पहुंच आक्रोशित नज़र आए। मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि बैलेट पेपर से हो रहे मतदान को गलत तरीके से मोड़ा गया जिससे वोट खराब होने की स्थिति बनी। साथ ही उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने पीठासीन अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी से करी है।