क्षेत्रीय
सुप्रीम कोर्ट ने अश्लील कमेंट मामले में रणवीर अलाहबादिया को गिरफ्तारी से राहत दी लेकिन कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने उनकी भाषा को विकृत और सोच को गंदी बताया जिससे समाज शर्मसार हुआ। अदालत ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मतलब यह नहीं कि दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई जाए। राहत की शर्तों के तहत अलाहबादिया को जांच में सहयोग करना होगा कोई नया शो ऑन एयर नहीं करना होगा और पासपोर्ट अदालत में जमा करना होगा। कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि ऐसे मामलों में सख्ती बरती जाएगी ताकि समाज में गलत संदेश न जाए।