व्यक्तित्व
जबलपुर से एक बड़ा खुलासा सामने आया है जहां एक ईसाई पुलिस अधिकारी ने खुद को आदिवासी बताकर मध्यप्रदेश पुलिस विभाग में 25 साल तक नौकरी की। बुरहानपुर में पदस्थ इंस्पेक्टर अमिताभ प्रताप सिंह ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर साल 2000 में सब-इंस्पेक्टर की पोस्ट पर भर्ती ली थी। अब एसडीएम की जांच में यह सच्चाई सामने आई है कि वह वास्तव में क्रिश्चन हैं और उनका जाति प्रमाण पत्र पूरी तरह फर्जी है। यह मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है और आगे की कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।