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अंतर्राष्ट्रीय
26-Apr-2025

ओला इलेक्ट्रिक को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने शो-कॉज नोटिस दिया इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाली कंपनी ओला एक बार फिर विवादों में है। इस बार ओला को केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने शो-कॉज नोटिस जारी किया है। मंत्रालय ने 7 दिन के भीतर कई अहम सवालों के जवाब मांगे हैं। अगर ओला ने समय पर जवाब नहीं दिया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। नोटिस के बाद ओला का शेयर शुक्रवार को 5.13% की गिरावट के साथ ₹49.72 रुपए पर बंद हुआ। इसके साथ ही ओला ने तीन दिन पहले महाराष्ट्र में 121 स्टोर्स पर कार्रवाई के निर्देश पर सफाई दी। ओला ने कहा है कि हमें महाराष्ट्र में शोरूम बंद करने संबंधी कोई नोटिस नहीं मिला है। हमने पहले ही 21 मार्च 2025 को एक्सचेंज को 4 राज्यों के ट्रेड सर्टिफिकेट नोटिस के बारे में जानकारी दे दी थी। सोना 721 रुपए महंगा होकर 95631 रुपए पर पहुंचा इस हफ्ते सोने-चांदी के दामों में बढ़त रही। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार पिछले शनिवार यानी 19 अप्रैल को सोना 94910 रुपए पर था जो अब (26 अप्रैल) को 95631 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। यानी इस हफ्ते इसकी कीमत 721 रुपए बढ़ी है। वहीं इस हफ्ते 22 अप्रैल को सोने ने 99100 रुपए का ऑल टाइम हाई भी बनाया था। वहीं चांदी की बात करें तो ये पिछले शनिवार को 95151 रुपए पर थी जो अब 97684 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। इस तरह इस हफ्ते इसकी कीमत 2533 रुपए बढ़ी है। वहीं 28 मार्च को चांदी ने 100934 रुपए ऑल टाइम हाई बनाया था। रिलायंस को चौथी तिमाही में ₹19407 करोड़ का मुनाफा मार्केट वैल्यू के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में 269478 करोड़ रुपए की कुल कमाई की है। यह पिछले साल के मुकाबले 9.88% ज्यादा है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 245249 करोड़ रुपए की कमाई की थी। कुल कमाई में से कर्मचारियों की सैलरी टैक्स कच्चे माल की कीमत जैसे खर्चे निकाल दें तो कंपनी के ओनर्स के पास 19407 करोड़ रुपए शुद्ध मुनाफे (कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट) के रूप में बचे। अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन अब भारत में बनेंगे एपल अगले साल से अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन को भारत में बनाने की प्लानिंग कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से दुनियाभर के देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले और चीन के साथ टैरिफ वॉर के बीच कंपनी ने यह फैसला लिया है। फाइनेंशियल टाइम्स ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है।